कानपुर. ट्रेफिक पुलिस ने नियम बनाया है की 18 वर्ष की आयु से पहले कार चलाना मना है. लेकिन इसके बावजूद माता-पिता ध्यान नहीं देते और अपने बच्चों के हाथ कार की चाबी थमा देते हैं. नतीजतन हादसे होते हैं. ऐसे ही एक बच्चे की लापरवाही के कारण तीन लोगों की जान चली गई. दरअसल आर्यनगर निवासी संगीत तिवारी का बेटा यमन तिवारी शीलिंग हाउस में दसवीं का छात्र था. शनिवार सुबह वह घर से लग्जरी कार लेकर काकादेव की ओर जा रहा था. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज पुल पर उसने स्टेडियम से खेल कर बाइक पर लौट रहे बॉक्सिंग के खिलाड़ी अनिल यादव को टक्कर मार दी. इसके साथ ही कार अनियंत्रित हो गई और एक और बाइक सवार को अपनी चपेट में ले लिया. इसके बाद कार पलट गई और तीनों लोग कार में ही फंसे रह गए और कार के साथ काफी दूर तक घिसटते चले गए. कार की स्पीड बहुत अधिक थी, इसी वजह से यह हादसा हुआ. कार ने खिलाड़ी के अलावा एक और को टक्कर मारी और फिर कार भी पलट गई. कार के चारों पहिए ऊपर की ओर हो गए. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला. सभी को हैलट अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. सड़क हादसे में तीन लोग हुए घायल दिल्ली: कोहरे के कारण 18 ट्रेनें रद्द, 38 लेट सतर्कता अधिकारी को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार