इंदौर: उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अक्टूबर माह में यूजी और पीजी कोर्स पूरा करने के नियम में बदलाव कर दिया गया हैं, परन्तु जिन विद्यार्थी को प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर में एटीकेटी आई है, ऐसे छात्र अपना कोर्स अब आगे नही बढ़ा पाएंगे. इन्हे अब पुनः प्रथम वर्ष की परीक्षा में बैठना होगा. विश्विद्यालय द्वारा लिए गए इस फैसले से छात्रों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं. साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा कई छात्रों के फॉर्म भी जमा नहीं किये जा रहे हैं. पिछले 3 वर्षों से विद्यार्थी इस कोशिश में लगे थे कि किसी भी प्रकार यूजी में 5 और पीजी में 3 साल की बाध्यता को खत्म करवा दिया जाएं. छात्र लगातार इसकी मांग कर रहे थे. अतः काफी सोच-विचार करने के पश्चात विभाग द्वारा इस नियम में संशोधन एवं बदलाव कर दिया गया. परन्तु इसके बावजूद छात्रों को कई प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है. इनमे ऐसे विद्यार्थी प्रमुख रूप से शामिल है, जिन्हे जिन्हें प्रथम वर्ष के दोनों सेमेस्टर फर्स्ट और सेकंड सेमेस्टर में एटीकेटी आई है. एवं इस प्रकार की स्थिति को देखते हुए विभाग ने इन छात्रों का एडमिशन पुनः प्रथम वर्ष में शिफ्ट करने का आदेश दिया हैं. अब छात्र तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा देने के बजाय फर्स्ट ईयर की परीक्षा देंगे, ऐसे विद्यार्थियों की संख्या लगभग 20000 से ज्यादा हैं. यें भी पढ़ें- 'सर्व शिक्षा अभियान' तय करेगा राज्य की ग्रेडिंग CBSE ने दिया विद्यार्थियों को बड़ा तोहफा BPSC में निकली बंपर भर्ती, जाने आवेदन से जुड़ी प्रक्रिया जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.