पटना: बिहार से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ एक सरकारी स्कूल की शिक्षा व्यवस्था के बारे में शमी नाम के एक छात्र ने कहा- ''BPSC पास मैडम स्कूल में रील्स बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती हैं। जब ऐसा करने से मना किया तो मुझे ब्लॉक ही कर दिया गया। स्कूल में सामने से बोल नहीं सकते। अगर बोलेंगे तो दूसरे लोग विरोध में आ जाएंगे।'' और ये सुनने वाले खिलखिलाकर हंस पड़ते हैं। वही एक प्राइवेट बस में बिना गाड़ी नंबर की टिकट रसीद लेकर यात्रा कर रहे छात्र शमी ने मीडिया से चर्चा के चलते स्कूल शिक्षा की बदहाली का दुखड़ा रोया। उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग से चुनकर जितनी भी महिला टीचर सरकारी विद्यालयों में पढ़ाने आई हैं, वो पढ़ाने की जगह फिल्मी गानों पर रील्स बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती हैं। छात्र ने बताया कि एक बार उसने इंस्टाग्राम पर ही अपनी मैडम को रील न बनाने की सलाह दी तो उन्होंने ब्लॉक कर दिया। जबकि स्कूल के दूसरे छात्र मैडम के इंस्टा फॉलोअर हैं। यदि सामने से बोलेंगे तो दूसरे छात्र विरोध कर सकते हैं। सवारियों से ठसाठस भरी बस में सफर कर रहे दूसरे छात्र मोहम्मद अनवर सईद ने कहा कि वह भागलपुर जिले के एक सरकारी विद्यालय में पढ़ता है, किन्तु बिना जाए उसकी 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कर ली जाती है। विद्यालय में कोई सुविधा नहीं है। ब्लैक बोर्ड एवं पंखा-टेबल तक नहीं है। विद्यालयों को गांव के दबंग परिवारों को शादी या दूसरे समारोहों के लिए दे दिया जाता है। बाराती एवं मेहमान क्लासरूम को बर्बाद करके चले जाते हैं। यदि हम स्कूल जाते भी हैं तो मैडम बोल देती हैं कि घर जाओ, अटेंडेंस लग जाएगी। हालांकि, छात्र मोहम्मद अनवर ने प्रदेश के डिप्टी सीएम रहे राजद नेता तेजस्वी यादव की प्रशंसा की तथा बताया कि तेजस्वी के 17 महीने के कार्यकाल में कुछ हद तक काम हुआ। अल्पसंख्यकों को बहुत नौकरियां मिली हैं। विशेषकर सरकारी टीचर की नौकरी। और बहुत अच्छे अच्छे टीचर आए भी हैं। इसी बीच, सीट पर सवार एक युवक सफर कर रहे छात्रों का हामी बना। इल्जाम लगाया कि बिहार के कई सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों से आप पहाड़ा इत्यादि पूछ लेंगे तो वो शायद नहीं बता पाएंगे। 11वीं की छात्रा की हार्ट अटैक से हुई मौत, परिजनों ने स्‍कूल पर लगाए आरोप 'ट्रैफिक सिग्नल पर 30 दिन करो काम…', HC ने सुनाया अनोखा फैसला भांजे की शादी में नाच रहा था मामा, अचानक गिरा और हो गई मौत