नई दिल्लीः बीजेपी के सीनीयर नेता और राज्यसभा से सांसद सुब्रह्मण्‍यम स्वामी अक्सर अपने बयानों से विवाद खड़ा किया करते हैं। एक बार फिर उनके बयान से विवाद पैदा हो गया है। स्वामी ने अभी कुछ दिन पहले पाकिस्तान से रिश्तों में तनाव के कारण करतारपुर कॉरिडोर का काम बंद करने की वकालत की थी। इस पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने ही सबसे पहले आपत्ति दर्ज कराई है। वरिष्ठ अकाली नेता व राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्‍होंने कहा है कि सुब्रह्मण्यम स्वामी अपना बयान तुरंत वापस लें और माफी मांगें। राज्यसभा सांसद स्वामी को यहां सेक्‍टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज में आयोजित सांस्कृतिक गौरव मंच के कार्यक्रम को संबोधित करने आए थे। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध फिलहाल ठीक नहीं चल रहे हैं। सिखों को यह बात समझनी चाहिए कि पाकिस्तान उनके लिए सही नहीं है, इसलिए करतारपुर कॉरिडोर का काम यही बंद कर देना चाहिए। स्वामी का यह बयान उस समय आया है, जब एक दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत-पाक संबंधों के बावजूद करतारपुर कॉरिडोर को गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर खोला जाएगा और देश विदेश से आई संगत का स्वागत किया जाएगा। सुब्रह्मण्‍यम स्वामी ने कहा कि जब दोनों देशों के बीच संबंध सुधर जाएंगे तो ही इसे बहाल किया जाए। करतारपुर कॉरिडोर और रेफरेंडम 2020 देश को तोडऩे का काम करेगा। स्वामी ने कहा कि खालिस्तान की मांग करने वाले खाली दिमाग वाले लोग हैं। कोई भी खालिस्तान नहीं चाहता। मैं भी सिख हितैषी हूं। ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद मैं और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ही ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरूद्ध खड़ेे हुए थे। बता दें कि सरकार द्वारा कश्मीर लिए गये निर्णय के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध एक दम नीचे चला गया है। आज़म खान की जौहर यूनिवर्सिटी को वन विभाग का नोटिस, कत्थे के दो हज़ार पेड़ काटने का मामला महाराष्ट्रः सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं को सीट बंटवारे पर दिया यह आदेश 370 हटने के बाद अब घाटी का दौरा करेगी अल्पसंख्यक मंत्रालय की टीम, तलाशेगी विकास की संभावनाएं