नई दिल्ली: ब्रिटेन में जारी हिन्दू विरोधी हिंसा अब लीसेस्टर (Leicester) के बाद UK के दूसरे हिस्सों में भी फैल गई है। गुरुवार को बर्मिंघम में भी कई जगहों पर ऐसी हिंसा देखी गईं। ब्रिटेन में हिन्दुओं को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कड़ा विरोध जाहिर किया है। स्वामी ने कहा कि गजनी, गोरी और मुगलों ने भी ह‍िंदुओं का कत्‍ल क‍िया था, लेकिन ह‍िंदू दबे नहीं। सुब्रमण्यम स्वामी ने हिन्दू विरोधी हिंसा को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘लीसेस्टर, बर्मिंघम, और नॉटिंघम में ब्रिटिश हिंदुओं पर हमले और उनकी हत्याएं हो रहीं हैं। लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि गजनी, गोरी और मुगलों ने भारत में हिंदुओं के साथ ऐसा ही किया था, लेकिन अंत में हिंदुओं की जीत हुई। पूर्व के वंशज अब मौजूद नहीं हैं। ब्रिटिश सरकार को इन घटनाओं पर कानून के अनुसार कार्य करना चाहिए।' वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मामले पर कहा है कि भारत ने लीसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसा का मुद्दा उठाया है और अपराधियों के खिलाफ ब्रिटेन सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बागची ने बताया है कि लंदन में भारतीय उच्चायोग ने (हिन्दू विरोधी) हिंसा की निंदा की है और इस मामले को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लीवरली के साथ मीटिंग के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि हम आगे के हमलों को रोकने और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए राजनयिक और सुरक्षा अधिकारियों के संपर्क में हैं। वहीं एक मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने स्थिति को ‘चिंताजनक’ करार दिया है। आरपी सिंह ने कहा कि, ‘प्रदर्शनकारी मंदिरों और अन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने का प्रयास कर रहे हैं, वे हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि UK सरकार इस पर संज्ञान लेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि असली दोषियों पर केस दर्ज किया जाए और उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।’ अयोध्या: सीएम योगी के मंदिर पर शुरू हुई सियासत, भड़के अखिलेश यादव उद्धव गुट को मिली कामयाबी, कोर्ट ने सुनाया ये बड़ा फैसला 'जहां से जुड़ा हूं, वहां की सेवा जिंदगी भर करूंगा': अशोक गहलोत