महबूबा की आतंकियों से गहरी सहानुभूति रही है- स्वामी

दिल्ली: जम्‍मू कश्‍मीर में महबूबा मुफ्ती सरकार से बीजेपी के नाता तोड़ लेने के फैसले को राज्‍य सभा सांसद सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने सही ठहराते हुए ने कहा कि पीडीपी और बीजेपी का गठबंधन होना ही नहीं चाहिए था. यह गठबंधन बीजेपी की गलती थी लेकिन अब सही फैसला लिया गया है. यह गठबंधन ज्‍यादा दिन तक चलता तो अधिक नुकसान होता.  स्‍वामी ने आरोप लगाया कि महबूबा की आतंकियों से गहरी सहानुभूति रही है. उन्होंने कहा, 'उनके परिवार का यह लंबा इतिहास रहा है. वीपी सिंह सरकार में जब मुफ्ती मोहम्‍मद सईद केंद्र में मंत्री थे उस समय से ही ऐसा रहा है. महबूबा गठबंधन को लेकर ईमानदार नहीं थी जबकि हम पूरी तरह से ईमानदार थे. गठबंधन का फैसला गलत था लेकिन बीजेपी ने कम से कम कोशिश तो की.'

स्‍वामी ने बताया कि रमजान के महीने में सीजफायर नाकाम रहने के चलते गठबंधन समाप्‍त किया गया. बीजेपी के पास अब कोई चारा नहीं था. अगर सीजफायर कामयाब रहता तो गठबंधन नहीं टूटता. उन्होंने कहा, 'शुजात बुखारी और औरंगजेब की हत्या के चलते हमारे पास जनता के बीच जाकर बात करने की कोई नैतिकता नहीं बची थी. गठबंधन टूटने में देरी से बात और बिगड़ जाती.

जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन को आज ही बीजेपी ने तोड़ दिया है. जिसके बाद महबूबा मुफ्ती को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा. विपक्ष इसे बीजेपी की वोट बैंक को बचाने की चाल कह रहा है. 

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