नीलक्कल: केरल के सबरीमाला मंदिर में बुधवार शाम भगवान अयप्पा की पूजा-अर्चना करने पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री पी. राधाकृष्णन को एसपी की अभद्रता सहन करनी पड़ी। बाद में केंद्रीय मंत्री ने उनके व्यवहार पर नाखुशी भी जाहिर की। दरअसल सबरीमाला पहुंचे केंद्रीय मंत्री जानना चाहते थे कि नीलक्कल से पंबा तक तीर्थयात्रियों के निजी वाहनों को आने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही, जबकि केरल राज्य परिवहन निगम की बसों को आने दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश: सतना में स्कूल वैन और बस के बीच भिड़ंत, 6 मासूम बच्चों की मौत वहीं इस पर एसपी ने बताया कि बाढ़ के बाद पंबा में सुविधाओं का अभाव है। साथ ही पंबा पर्यावरणीय दृष्टि से इसके अनुकूल नहीं है। लेकिन अगर केंद्रीय मंत्री लिखित में निजी वाहनों को पंबा तक जाने की अनुमति दें तो वह सभी वाहनों को अनुमति देने के लिए तैयार हैं। इस व्यवहार पर केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होने मुझसे पूछा कि क्या मैं जिम्मेदारी लूंगा। क्या एक एसपी केरल के किसी मंत्री से यही सवाल कर सकता है? क्या वे उन्हें ऐसा सवाल पूछने की अनुमति देंगे? केंद्रीय राज्यमंत्री के साथ मौजूद प्रदेश भाजपा महासचिव एएन राधाकृष्णन ने भी कहा कि एसपी ने अहंकारी व्यवहार किया। उन्होने कहा कि इस मसले को केंद्र सरकार के संज्ञान में लाया जाएगा। मछली पकड़ने गए युवक को मारी गोली, ग्रामीणों ने किया हंगामा गौरतलब है कि मंदिर विवाद अब ज्यादा ही तूल पकड़ता जा रहा है। वहीं सबरीमाला में निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार 72 लोगों को पथानमथित्ता जिला अदालत ने बुधवार को सशर्त जमानत प्रदान कर दी है और इनमें भाजपा महासचिव के. सुरेंद्रन भी शामिल हैं। वहीं बता दें कि सत्तारूढ़ माकपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा की कन्नूर इकाई ने 14 नवंबर को एक सर्कुलर जारी कर जिले के चार क्षेत्रों के अपने 200 प्रशिक्षित स्वयंसेवियों को 13 दिसंबर को सबरीमाला मंदिर में इकट्ठा होने के लिए कहा है। खबरें और भी किसान आंदोलन के आगे झुकी सरकार, मुख्यमंत्री और किसान नेताओं के बीच होगी बातचीत सोशल मीडिया पर पिस्टल दिखाने से दो युवक गिरफ्तार कान्हा नेशनल पार्क: नर बाघ ने किया हमला, दो शावकों की मौत पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए मलाजखंड के जंगल में नक्सलियों ने लगाए थे लैंडमाइन