नई दिल्ली : जीएसटी के लिए ई-वे बिल की नई शुरुआत बेहद सफल रही है.अभी तक इसमें किसी तरह की तकनीकी समस्या सामने नहीं आई है. यह बात सोमवार को वित्त सचिव हसमुख अधिया ने कही. जीएसटी के लिए ट्रांसपोर्टर्स को राज्यों के बीच माल की आवाजाही के लिए इलेक्ट्रॉनिक वे बिल या ई-वे बिल का जीएसटी का प्रावधान 1 अप्रैल से लागू किया गया है. इससे जहां कर चोरी में कमी आएगी, वहीं राजस्व में भी वृद्धि होगी. इस बारे में वित्त सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि 'ई-वे बिल की शुरुआत काफी सफल रही है. अभी तक इसमें किसी तरह की दिक्कत नहीं आई है. उसे पूरा करने में दो महीने का समय लगा.शुरूआती सफलता को iदेखते हुए उन्होंने इसे जल्द ही राज्य के भीतर लागू करने के प्रति आशा व्यक्त की.वहीं जीएसटी नेटवर्क के चेयरमैन अजय भूषण पांडेय के अनुसार वित्त वर्ष के पहले दिन 2.59 लाख ई-वे बिल निकाले गए, जबकि 2 अप्रैल को 4 बजे तकरेशानियों 2.89 लाख ई-वे बिल निकाले गए हैं. आपको बता दें कि ई-वे बिल को 1 फरवरी से शुरू किया गया था, लेकिन तब प्रणाली में तकनीकी परेशानियों के कारण इसे टाल दिया गया था. ई-वे बिल नहीं होने पर इसके लिए जुर्माने का प्रावधान किया गया है. बता दें कि मार्च में फरवरी महीने के लिए जीएसटी कलेक्शन 89,264 करोड़ रुपये रहा है. अभी तक17,616 करोड़ रुपये का जीएसटी रिफंड दिया गया है. यह भी देखें PMLA के नियम बदलेगी सरकार दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल उत्पादक देश बना भारत