दक्षिण एशिया उपग्रह (सार्क) जीसैट - 9 को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लांच व्हीकल (JSLV-F09) जैकेट के माध्यम से शुक्रवार को प्रक्षेपित किया गया है. इस उपग्रह को रॉकेट के माध्यम से शाम को 4.57 बजे आंध्र के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के द्वितीय लांच पैड से छोड़ा गया. आपको बता दे करीब 49 मीटर व 450 टन वजनिय इस JSLV के तीन चरणों वाला रॉकेट बताया जा रहा है. इसके पहले चरण कि बात कि जाये ठोस ईंधन , दूसरा चरण तरल ईंधन और तीसरे चरण क्रोंजेनिक इंजन है. इसको प्रक्षेपित करने का उदेश्य दक्षिण एशिया देशो के कवरेज एरिया के साथ क्रू- बैंड में विभिन्न संचार के अनुप्रयोग के उदेश्य को पूरा करने के लिए कक्षा में स्थापित किया गया है. इसरो ने बताया है कि जीसेट - 9 मानक प्रथम - 2 के बस के तह बनाया गया . इसकी संरचना के बारे में बात कि जाये तो मुख्य संरचना घनाकार है. जो एक केंद्रीय सिलेंडर के चारो तरफ निर्मित है. इसके मिशन अवधि कि बात करे तो 12 साल से ज्यादा है. निचे दी हुई स्टोरी जरूर पढ़े और कमेंट बॉक्स में कमेंट कर प्रोत्साहित करे आगे बेहतर सूचनाओ के किये बने रहे एव स्टोरी शेयर करे. पृथ्वी के पास से आज गुजरेगा 6 फुटबॉल मैदान के आकर का ग्रह ! पृथ्वी के कितने पास से गुजरेगा यह ग्रह ? अन्य प्लेनेट पर जीवन जीने के लिये आवश्यक तत्व! क्या एलियन होते है?