हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भगवान शिव का चमत्कारी मंदिर स्थित है. हिमाचल प्रदेश की बात करें तो प्राचीन काल से ही इस प्रदेश की भूमि का सम्बन्ध देवताओं से रहा है, और इसी वजह से इस प्रदेश में कई प्रसिद्ध मंदिर भी है. आज हम बात कर रहे है, भगवान शिव के इस अनोखे मंदिर के विषय में, जहां भगवान शिव का अर्धनारीश्वर शिवलिंग स्थापित है, अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें अनोखा क्या है? इस शिवलिंग की अनोखी बात यह है कि यह शिवलिंग दो भागों में बटा है और इन दोनों भागों की दूरियां अपने आप आश्चर्यजनक तरीके से घटती बढ़ती रहती है. शिवलिंग के भागों के घटने बढ़ने का कारण- आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भगवान शिव का ऐसा मंदिर सम्पूर्ण विश्व में एकमात्र यहीं पर है जो दो भागों में विभाजित है, इस शिवलिंग के दोनों भागों की दूरियों के घटने-बढ़ने का कारण ग्रहों व नक्षत्रों का परिवर्तन है, जिसके कारण इसके दोनों भागों में अंतर आता है. इस मंदिर की विशेषता है, कि जब गर्मी का मौसम आता है, तो यह शिवलिंग दो भागों में बंट जाता है और ठंड के मौसम में यह पुनः एक हो जाता है. मंदिर का निर्माण- इस मंदिर के निर्माण के विषय में बात करें तो इसका निर्माण सिकंदर ने करवाया था. वह इस शिवलिंग से बहुत प्रभावित हुआ जिसके कारण उसने यहां की भूमि को समतल करवाकर इस मंदिर को बनवाया था. माता के चरणों से उत्पन्न हुआ है ये शक्तिपीठ तो इसी वजह से देखने को नहीं मिलता ब्रह्मदेव का मंदिर रणजीत सिंह द्वारा निर्मित यह मंदिर सभी गुप्त रोगों से मुक्ति दिलाता है पुष्कर के अलावा कहीं नही है ब्रम्ह देव का दूसरा मंदिर, जानिए वजह