ग्वालियर: यहां के बैराड़ इलाके में बड़ा ही अजोबीगरीब मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बता दें कि जिस गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने मरा हुआ बता दिया था, परिजन जिसे अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे तभी अचानक ही उसकी धड़कनें चलने लगी। वहीं बता दें कि आनन-फानन में परिजन उसे बैराड़ के अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां दोबारा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद महिला के परिजन भड़क उठे। जैसे-तैसे मामले को शांत कराया गया। बीजेपी विधानसभा चुनावों में ऊंची जातियों को साधने में जुटी वहीं बता दें कि परिजनों के अनुसार उनकी बहू लक्ष्मी, जो कि हृदय रोग से पीड़ित थी और उसे चार माह की गर्भावस्था में दो दिन पहले ग्वालियर कमलाराजा अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहीं उसी दौरान बीती रात महिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन उसे गाजीगड लेकर आ गए, जब आज सुबह महिला को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगे, तो पल्स चलती देख मौके पर 108 एंबुलेंस को बुलाया गया। जिसके ईएमटी दीपक शाक्य ने मशीन से प्लस चेक की। पल्स चलते देख महिला को बैराड़ अस्पताल लेकर चल दिए। लेकिन यहां ड्यूटी डॉक्टर ने भी महिला को जब मृत घोषित कर दिया को परिजन नाराज होकर हंगामा करने लगे। शिकोहाबाद यार्ड में मालगाड़ी पटरी से उतरने पर 11 ट्रेनों के रूट बदले वहीं परिजनों का कहना था कि, लक्ष्मी तो कुछ देर पहले तक जिंदा थी, तो मर कैसे सकती है। इस पर बैराड़ पुलिस को बुलाया गया। एएसआई हरिओम शर्मा मौके पर गए। पूरा मामला समझकर परिजनों को समझाया, तब जाकर परिजनों ने हंगामा बंद किया और वो अंतिम संस्कार के लिए गए। महिला की एक छह साल की बेटी भी है। खबरें और भी नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड: चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई सीबीआई, अदालत ने तीनों आरोपियों को दी जमानत योगी के कैबिनेट मंत्री और प्रयागराज की महापौर ने अदालत में किया सरेंडर सड़क हादसे में झाबुआ के महिला बाल विकास अधिकारी की मौत