आप सभी ने कई बार सुना होगा या आपके घर में भी हुआ होगा कि असमय किसी की मृत्यु हो गई होगी। वैसे असमय मृत्यु के बारे में हमारे हाथों में लिखा होगा। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे। हथेली में सामान्यत: तीन रेखाएं मुख्य रूप से दिखाई देती हैं। जी हाँ और ये तीन रेखाएं जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा है। आपको बता दें कि इनमें से जो रेखा अंगूठे के ठीक नीचे शुक्र पर्वत को घेरे रहती है, वही जीवन रेखा कहलाती है। यह रेखा तर्जनी अंगुली के नीचे स्थित गुरु पर्वत के पास से प्रारंभ होकर हथेली के नीचे मणिबंध की ओर जाती है। जी हाँ और सामान्य नियम के अनुसार छोटी जीवन रेखा कम उम्र और लंबी जीवन रेखा लंबी उम्र की ओर इशारा करती है। हालाँकि हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार लंबी, गहरी, पतली और निर्दोष जीवन रेखा शुभ होती है। जी हाँ और जीवन रेखा पर क्रॉस का चिह्न अशुभ होता है। जी हाँ, अगर जीवन रेखा शुभ है तो व्यक्ति की आयु लंबी होती है और उसका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। इसके अलावा अगर दोनों हाथों में जीवन रेखा टूटी हुई हो, तो व्यक्ति को असमय मृत्यु या मृत्यु के समान कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा अगर एक हाथ में जीवन रेखा टूटी हो और दूसरे हाथ में यह रेखा ठीक हो, इसी के साथ ही जीवन रेखा के अंत में लाल या काला धब्बे जैसा निशान हो तो यह अकाल मृत्यु का संकेत है। कहते हैं अगर जीवन रेखा अंत में दो भागों में विभाजित हो गई हो तो व्यक्ति की मृत्यु जन्म स्थान से दूर होती है। इसी के साथ अगर दोनों हाथों में जीवन रेखा बहुत छोटी हो तो वह व्यक्ति अल्पायु होता है। इसी के साथ कहा जाता है जीवन रेखा जहां-जहां श्रृंखलाकार होती है, उस आयु में व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो सकता है और उसकी मृत्यु भी बीमारी से होती है। इसके अलावा अगर जीवन रेखा प्रारंभ से ही जंजीरदार हो और उसके ठीक मध्य में बड़ा नक्षत्र या तारे का चिन्ह हो तो आयु के उस भाग में व्यक्ति की मृत्यु दुर्घटना में होती है। कहा जाता है जीवन रेखा पर एक से अधिक तिल होना शुभ नहीं माना जाता। जी दरअसल इससे व्यक्ति को बार-बार गंभीर रोग होने की आशंका रहती है। ऐसे व्यक्ति की मृत्यु किडनी रोग से होती है। इसी के साथ शुक्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर जीवन रेखा को जिस स्थान पर काटे, उस आयु में व्यक्ति की मृत्यु यौन रोगों के कारण होती है। इसके अलावा चंद्र पर्वत से निकलकर कोई रेखा जीवन रेखा से मिले और चंद्र पर्वत पर डबल क्रॉस का चिन्ह हो तो व्यक्ति की मृत्यु जल में डूबने से होती है। भोले के भक्तों को करना चाहिए नंदी गायत्री मंत्र का पाठ, होते हैं बेहतरीन लाभ 10 मई से वक्री होने जा रहे है बुध, जानिए किस राशि पर पड़ेगा कैसा असर झूठ बोलने में माहिर होते हैं इन 3 राशियों के लोग