नई दिल्ली: बीते दिनों, केंद्र सरकार ने एक हलफनामा दाखिल करते हुए सर्वोच्च न्यायालय को बताया था कि जिन राज्यों में हिंदुओं की आबादी कम है, वहां की राज्य सरकारें उन्हें अल्पसंख्यक का दर्जा दे सकती हैं। इसके बाद से अल्पसंख्यक नीति में संशोधन को लेकर बहस शुरू हो गई है। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट में भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी और मुस्लिम पैनलिस्ट के बीच तीखी बहस हुई। इस दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद एसटी हसन के एक बयान का भी उल्लेख किया। एक डिबेट के दौरान, सुधांशु त्रिवेदी ने सपा सांसद एसटी हसन के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि यूनिफॉर्म सिविल कोड कानून आया तो मुसलमानों के तमाम अधिकार खत्म हो जाएंगे और वह दूसरी शादी नहीं कर सकेंगे। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चार बीवियां तो होती है न। उनके इस बयान का मुस्लिम पैनलिस्ट ने विरोध किया और कहा कि नहीं, चार बीवियां नहीं होती हैं, वो त्रेता योग में होता था, मगर अब नहीं होता, कलियुग में नहीं होता।' मुस्लिम पैनलिस्ट ने सुधांशु त्रिवेदी को चुनौती देते हुए कहा कि, 'ये मुझे दिल्ली के ऐसे दस मुसलमान दिखा दें जिनकी चार बीवियां हैं।' इस पर अश्विनी उपाध्याय ने जवाब कहा कि मैं 1000 ऐसे मुसलमान दिखा दूंगा, जिनके 10 से 20 बच्चे हैं। इस बीच, सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, 'जहां मुसलमानों का राज होगा, वहां 4 बीवियां होगीं, वहां कोई कानूनी रोक नहीं है।' शोएब जमई के एक बयान पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, 'जहां मुस्लिम बहुमत में हो जाते हैं, वहां SC-ST का आरक्षण खत्म हो जाता है, जैसे कश्मीर में नहीं था?। जिस यूनिवर्सिटी में मुस्लिम बहुमत हो गए, वहां SC-ST आरक्षण समाप्त। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में SC-ST का आरक्षण खत्म। एक जमाने में पाकिस्तान-बांग्लादेश भी तो इसी देश का हिस्सा थे, वहां भी तो SC-ST और OBC रहते थे। क्या हुआ उनके साथ?' 'मठ-मंदिरों और धर्मशालाओं से नहीं वसूला जाएगा कमर्शियल टैक्स..', अयोध्या में CM योगी का बड़ा ऐलान 'लुटियन दिल्ली के बंगले पर आपका ‘अनधिकृत कब्जा’, खाली करें..', कांग्रेस को मोदी सरकार का नोटिस AAP विधायक अमानतुल्लाह खान की याचिका पर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल को HC का नोटिस