सर्दी के मौसम में त्वचा को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है, खासतौर से सोरायसिस के मरीजों को इस मौसम में काफी सावधान रहना चाहिए. जी हाँ, ये वो मरीज होते हैं जिनकी स्किन मौसम के अनुसार बदलती रहती है. यानि ठंडे और शुष्क मौसम के कारण सोरायसिस के मरीजों की त्वचा पर लाल रंग की सतह उभरकर सामने आती है और त्वचा बार-बार रूखी-सूखी, फटी और बेजान दिखाई देती है. आपने देखा होगा कई लोगों के हाथों में स्किन निकलने लगती है जो बहुत भद्दी दिखाई देती है. लेकिन इसका भी उपाय है जिससे आप इसे ठीक कर सकते हैं. सोरायसिस एक ऑटो इम्यून अवस्था है, जिसमें सामान्य से कहीं ज्यादा तेजी से त्वचा की नई कोशिकाएं बनने लगती हैं. हमारा शरीर हर 10 से 30 दिनों के बीच त्वचा संबंधी नई कोशिकाएं बनाती है, जो पुरानी कोशिकाओं की जगह लेती हैं, जबकि सोरायसिस नामक रोग में नई स्किन सेल्स काफी तेजी से बनती हैं, जिससे शरीर को पुरानी स्किन सेल्स छोड़ने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता. इससे त्वचा या चमड़ी पर ही मोटी परत जम जाती है.त्वचा पर ये लाल रंग की सतह के रूप में उभरकर सामने आती है. उपाय इससे बचने के लिए मॉइश्चराइजिंग सोप या बॉडी वॉश का प्रयोग करें एक कठोर साबुन त्वचा की प्राकृतिक पीएच को बदल सकता है, जिससे सूखी त्वचा पर खुजली या अन्य परेशानी बढ़ जाती है. न्यूट्रल पीएच लेवल वाला सोप या बॉडी वॉश का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे त्वचा में नमी बरकरार रहती है और त्वचा शुष्क नहीं होती. बॉडी वॉश का इस्तेमाल करते हुए लूफा साबुन का प्रयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आपकी त्वचा की परेशानी और बढ़ सकती है. क्या आपने पी है कभी अंजीर के पत्तों की चाय अधिक लीची खाई तो हो सकती है ये बड़ी बीमारी बिना दवाई और सर्जरी के भी कर सकती हैं गर्भपात, नहीं होगा कोई नुकसान