आजकल होने वाले मामलों को देखते हुए लगता है कि सुसाइड करना लोगों के लिए आम बात हो गयी है. छोटे-छोटे बच्चे भी सुसाइड जैसे बड़े कदम उठा रहे है. अभी कुछ दिनों पहले ही दो सहेलियों ने सेल्फी लेने के बाद अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी. ऐसे ही ना जाने कितने मामले रोज प्रकाश में आते है. चिंता की बात यह है कि, सुसाइड के ज्यादातर केस में युवा और बच्चे शामिल है. आज हम आपको बताने जा रहे है उन गलतफहमियां के बारे में जो सम्भवता एक सुसाइड करने वाले के मन में चलती है. मैं सबसे ज्यादा दुखी कई लोगों को ऐसा लगता है कि उनका दुःख दुनिया में सबसे बड़ा दुःख है और फिर उन्हें ऐसा लगने लगता है कि मौत ही इस दुःख का निवारण है कर वह अपनी जिंदगी ख़त्म कर लेते है. फेमस होना है कई मामलों में यह भी देखने को मिला है कि लोग फेमस होने भर के लिए मौत को गले लगा लेते है. सेल्फी ले या वीडियो बना सुसाइड को अंजाम देना चलन में आ गया है. हालांकि ये बात पूरी तरह से सही भी नहीं कही जा सकती. सबसे आसान रास्ता आमतौर पर सभी सोचते है कि किसी भी परेशानी से निजाद पाने का सबसे आसान और सीधा रास्ता है सुसाइड. हो सकता है. देखने में भी ये रास्ता ही सबसे आसान लगता है लेकिन एक बार अपने चारों तरफ नजर घुमा के देखने की जरुरत होती है. बिना मरे भी समस्याओं का हल किया जा सकता है. यहीं है आखरी रास्ता कई बार हमें देखने को मिलता है कि एक शख्श बार-बार अपनी जान देने की कोशिश करता है. उसे लाख समझाया जाता है फिर भी वह सुसाइड के रास्ते पर ही चलता है. ऐसे लोग सोचते है कि, सुसाइड के अलावा दूसरा कोई रास्ता है ही नहीं और मौत को गले लगाना ही हर समस्या का समाधान है. मर कर मिलेगा स्वर्ग कुछ लोगों की आदत होती है दूसरों की बातों पर फौरन यकीन करने की. वही एक सोच ये भी बनी हुई है कि, मरने के बाद इंसान दो ही जगहों पर जाता है स्वर्ग या फिर नर्क. स्वर्ग जाने के लालच में भी कई लोग अपनी जान देने से पीछे नहीं हटते. आखिर में ब्लू व्हेल गेम..इस गेम ने दुनियाभर के लोगों को अपना शिकार बनाया है. बच्चे हो या बड़े, लोगो में इसका चस्का खूब देखने को मिल रहा है. भारत में भी इस गेम ने कई जाने ली है LA में कर रही हैं बॉलीवुड की देसी गर्ल एन्जॉय, शेयर की स्विमिंग हॉट फोटोज परेश रावल ने किया राहुल गांधी पर ऐसा ट्वीट