काबुल: अफगान में एक अतिथि गृह में एक आत्मघाती ट्रक बम विस्फोट में 21 लोगों की जान चली गई और 90 अन्य लोग जख्मी हो गए। देश के लोगार प्रांत की राजधानी पुल-ए-आलम में शुक्रवार देर रात हुए इस हमले की किसी ने तत्काल जिम्मेदारी को पूरा नहीं किया। इस बारे में भी अभी कुछ पता नहीं चल पाया है कि अतिथि गृह को निशाना किस लिए बनाया गया है। अफगान में गवर्नमेंट द्वारा अतिथि गृहों में रहने की नि:शुल्क सुविधा दी जाती है और यह सुविधा आम तौर पर गरीबों, यात्रियों तथा छात्रों को दी जाती है। गृह विभाग ने इस हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन तालिबान ने इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया है। यह हमला उस आधिकारिक तिथि से एक दिन पहले किया गया है, जब अफगानिस्तान से अमेरिका और नाटो बलों की वापसी की प्रक्रिया शुरू होनी है। तालिबान ने एक मई तक सभी अमेरिकी बलों की वापसी की मांग करने लगे है। उसने वापस जाने वाले बलों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दी है। जंहा इस बात का पता चला है कि लोगार प्रांत में अमेरिकी या नाटो बल तैनात नहीं हुए है। लोगार प्रांत परिषद के प्रमुख हासिब स्तानकजोई ने कहा कि हमले के वक़्त स्थानीय पुलिस का एक समूह वहां ठहरा हुआ था और कुछ कमरों में दूरस्थ जिलों से महाविद्यालय की प्रवेश परीक्षा देने आए छात्र रुके थे। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियन ने कहा कि हमले की कार्रवाई करने में लगे हुए है। उन्होंने कहा कि इस हमले में अतिथि गृह की छत ढह गई तथा मलबे में और शवों के दबे होने की आशंका है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में इतने दिन और बढ़ा लॉकडाउन कोरोना महामारी के बीच केंद्र ने खोला खज़ाना, राज्यों के लिए जारी किए 8873 करोड़ इज़राइल सरकार ने भारत और 7 अन्य देशों की यात्रा पर लगाया प्रतिबंध