भारत में जाना माना नाम सुखदेव सिंह सुखा जो आज भी लोगों के दिल और दिमाग में शामिल है, सुखदेव सिंह सुखा का जन्म 14 अगस्त 1962 को हुआ था इनका उपनाम सुख भी था। सुखदेव सिंह सुखा खालिस्तान कमांडो फोर्स के सदस्य थे और ऑपरेशन ब्लू स्टार के समय भारतीय सेना के प्रमुख भी रहे और ऑपरेशन ब्लू स्टार के वास्तुकार भी थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा अपने मूल गांव और गांव 13 एफएफ मानसर से की थी, 1983 में उन्होंने करणपुर में जियान जोटी कॉलेज से बीए की डिग्री प्राप्त की थी। सुखदेव सिंह की 17 सितंबर 1986 में एक ट्रक के साथ दुर्घटना हो गई जिसमें उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, सुखदेव सिंह ने देश के लिए कई दुश्मनों को भी मारा और अपनी शाख बनाई रखी। उस समय जनरल अरुण वैद्य भारतीय सेना के चीफ थे, जिन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान अमृतसर और पंजाब में हुए सिख मंदिरों पर हमले पर पलटवार करने का आदेश दिया था, इसके बाद वह सेना से सेवानिवृत्ति के बाद पुणे चले गए थे। 10 अगस्त 1986 को ऑपरेशन ब्लू स्टार के आर्किटेक्ट जनरल अरुण वैद्य की जिंदा और सुखा ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। देश में सुखदेव सिंह सुखा ने कई हत्याएं की थी और वे इसके लिए कई बार जेल भी गए थे। इस दौरान उन्होंने सेना के साथ मिलकर कई लड़ाईयां भी लड़ी। जिसमें उन्हें कुछ में सफलता मिली लेकिन कुछ में वे असफल रहे। देश में सिख समुदाय को लेकर सुखदेव ने काफी संघर्ष किया था और 9 अक्टूबर 1992 में महाराष्ट्र के मुंबई में सुखदेव सिंह का निधन हो गया। हाथरस केस: पीड़िता के परिवार ने किया बड़ा खुलासा, कहा- अब बस मौत दिखाई दे रही है भाजपा ने अपने कोटे से मुकेश सहनी को दी 11 सीटें कर्नाटक में स्कूलों को खोलने के लिए फिर हुई बैठक, लेकिन नहीं मिला कोई हल