अमृतसर: फिल्म अभिनेता और भाजपा के लोकसभा सांसद सनी देओल 2024 का आम चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है. वह अपने लोकसभा क्षेत्र में पिछले 2 साल से नज़र भी नहीं आए हैं. सनी देओल की राजनीति में कम दिलचस्पी यहां के लोगों को निराश कर रही है. ऐसे में भाजपा की टेंशन बढ़ गई हैं. पार्टी इस स्थान पर किसी काबिल नेता की तलाश में लग गई है. देओल के सहयोगियों का कहना है कि वह ‘इस फील्ड को ब्लेज ऑफ ग्लोरी’ में छोड़ना चाहते हैं. वजह स्पष्ट है कि उनके स्टाफ को रात-दिन ओवरटाइम करना पड़ा रहा है. उनका स्टाफ इलाके में कई बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगा हुआ है. इसमें 800 मीटर के कॉन्क्रीट ब्रिज जो कि गुरदासपुर के मुख्य इलाकों को दर्जनों गांव से जोड़ने का कार्य करेगा शामिल है. यह ब्रिज रावी नदी के ऊपर बनाया जा रहा है. इसकी कुल लागत 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसी बीच यह भी चर्चा की जा रही है कि पूर्व सांसद सुनील जाखड़ भी नामांकन भर सकते हैं. एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि, उनका लंबा अनुभव बतौर सांसद तब काम आयेगा, जब नेता यह फैसला करने बैठेंगे कि किसे मैदान में उतारा जाए. वह क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में बखूबी जानते हैं. बतौर सांसद उन्होंने इंडियन रेलवे से समझौता किया. वह पठान कोट सिटी के रेलवे क्रॉसिंग के मुद्दे को तक़रीबन निपटाने में सफल रहे थे. उनका इंट्रेस्ट तब खत्म हुआ जब वह 2019 में चुनाव हार गए. नहीं तो उलझी हुई समस्या का निराकरण मिल जाता. 'आओ और गिरफ्तार करो..', पेशी पर नहीं गए सीएम सोरेन और ED को दे डाली चुनौती ‘मैंने बहुत गालियां सुनी हैं लेकिन...’, CVC कार्यक्रम में बोले PM मोदी पार्टियों को बताना होगा 'क्रिमिनल नेता' को ही क्यों दिया टिकट ? चुनाव आयोग का आदेश