कोरोना काल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का ताजा बयान सामने आया है. जिसमें उन्होने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय अथक रूप से आत्म निर्भर भारत के संकल्प के अनुरूप स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का कार्य कर रहा है. उन्होंने एक ट्वीट कर बताया कि अब तक, 11,300 'मेक इन इंडिया' वेंटिलेटर भेजे गए हैं. इनमें से 6154 अस्पतालों तक पहुंच गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय पूरे भारत में 1.02 लाख ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति करने वाला है. इनमें 72,293 डिलीवर हो गए हैं. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2020 के बाद से, कोरोना रोकथाम के लिए 2.02 करोड़ से अधिक N95 मास्क और 1.18 करोड़ से अधिक पीपीइ किट राज्यों / केंद्रीय शासित राज्य को मुफ्त में वितरित किए गए हैं. अमेरिकी सीनेटर बोले- चीन सोचा है, जब भारत-US कमज़ोर होंगे, तो ही वह पॉवरफुल होगा इसके अलावा मंत्रालय ने आगे कहा कि केंद्र सरकार उनकी इंस्टॉलेशन और कमीशनिंग भी सुनिश्चित कर रही है. यह को विड आइसीयू में सुविधाओं में वेंटिलेटर की उपलब्धता में बड़े अंतर को पाटने में मदद करेगा. इसके अलावा 6.12 करोड़ से अधिक एचसीक्यू टैबलेट राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दिए गए हैं. केंद्र सरकार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर कोरोना वायरस और प्रबंधन के लिए लगातार काम कर रही है. बिहार में कोरोना से फिर हुई मौतें, संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार के पार कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है. इस कार्य में केंद्र सरकार मुख्य भूमिका अदा कर रही है. बता दे कि केंद्र, कोरोना से लड़ने के लिए सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ राज्य और केंद्रशासित प्रदेश सरकारों को अपने प्रयासों के पूरक के लिए चिकित्सा आपूर्ति प्रदान कर रहा है. बयान में रेखांकित किया गया है कि केंद्र द्वारा आपूर्ति किए गए अधिकांश उत्पादों का शुरुआत में देश में निर्माण नहीं होता था और महामारी के कारण वैश्विक मांग बढ़गई थी. असम बाढ़ में 34 लोगों की मौत, मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवज़ा देगी मोदी सरकार तिहार जेल के कैदियों के लिए किया जाए मनोरंजन का इंतज़ाम, HC में याचिका दाखिल लद्दाख पहुंचकर पीएम मोदी ने की थी सिंधु पूजा, सामने आया Video