नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जज जस्टिस एमवाई इकबाल का आज सुबह दिल्ली में इंतकाल हो गया है. वे 70 साल के थे. शीर्ष अदालत में न्यायाधीश के तौर पर वे दिसंबर 2012 से फरवरी 2016 तक रहे थे. इससे पहले वे मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रह चुके थे. 9 मई 1996 को वे पटना उच्च न्यायालय में स्थाई जज के तौर पर नियुक्त हुए थे. इससे पहले पटना हाई कोर्ट में ही बतौर वकील प्रैक्टिस करते थे. झारखंड उच्च न्यायालय में भी न्यायमूर्ति रह चुके जस्टिस इकबाल का जन्म 13 फरवरी 1951 को हुआ था. उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी से 1970 में Bsc की डिग्री ली थी और 1974 में LLB की डिग्री (गोल्ड मेडलिस्ट) हासिल की थी. झारखंड उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने रांची में सिविल कोर्ट में 1975 में प्रैक्टिस आरंभ कर दी थी. इसके बाद 1986 में वे पटना उच्च न्यायालय के रांची बेंच में प्रैक्टिस करने लगे. 1993 में वे पटना उच्च न्यायालय में सरकारी वकील बन गए. वे सिविल, क्रिमिनल, संवैधानिक और टैक्स से सम्बंधित मामलों को देखते थे. इसके साथ ही उन्होंने सभी बैंकों, बीमा कंपनी, बिजली बोर्ड, हाउसिंग बोर्ड, सरकारी कंपनियों के कानूनी सलाहकार के रूप में भी काम किया. वे 14 नवंबर 2000 को झारखंड उच्च न्यायालय के जज बन गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड लीगल सर्विस अथॉरिटी से जुड़े जस्टिस इकबाल झारखंड के पहले न्यायाधीश थे, जिन्होंने देश के किसी उच्च न्यायालय में चीफ जस्टिस का पद संभाला था. बजाज फिनसर्व ने धोखाधड़ी के जोखिमों को लेकर शुरू किया जन जागरूकता अभियान राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के लिए चुने गए भारतीय मूल के विशेषज्ञ शंकर घोष बेंगलुरु ने लक्जरी होम प्राइस राइज टैली में विश्व स्तर पर 40वा स्थान किया हासिल