नई दिल्ली. देश में पिछले कई सालों से विवादों में चल रहे अयोध्या के राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर कुछ ही देर में देश की सर्वोच्च अदालत (सुप्रीम कोर्ट ) में एक अहम सुनवाई शुरू होने वाली है. इस सुनवाई के बाद एक तरफ जहाँ कई लोग विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़कने जैसे मामलों की संभावना जता रहे है तो वही दूसरी ओर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने हाल ही में इस मामले में एक बड़ा बयान दिया है. अगर सुप्रीम कोर्ट से नहीं सुलझा राम मंदिर विवाद, तो हम लाएंगे कानून - केशव प्रसाद मौर्या दरअसल ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के मेंबर खालिद रशीद ने कोर्ट की सुनवाई शुरू होने से कुछ समय पहले ही इस मामले में एक बड़ा बयान देकर देश में शांति बने रहने की उम्मीद जगाई है. खालिद रशीद ने हाल ही में अयोध्या के मंदिर-मस्जिद मामले में एक बयान देते हुए कहा है कि कोर्ट आज इस मामले में जो भी फैसला सुनाएगी वे और उनका बोर्ड उसे निशंदेह स्वीकार कर लेगा. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि पूरा देश यही चाहता है कि इस मामले का निराकरण कोर्ट द्वारा ही किया जाए इसलिए कोर्ट के फैसले को स्वीकार करना ही इस मामले में सबसे उत्तम कदम होगा. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में जल्द ही अयोध्या के मंदिर-मस्जिद वाले विवादस्पद मामले पर सुनवाई शुरू होने वाली है. यह सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस के एम जोसफ और जस्टिस संजय किशन कौल की बेंच द्वारा की जाएगी. इस मामले की पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने 1994 के इस्माइल फारुकी के फैसले को पुनर्विचार के लिए संविधान पीठ भेजने से इंकार कर दिया था. इस्माइल फारुकी के इस फैसले में कहा गया था कि नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं है. ख़बरें और भी अयोध्या राम मंदिर बनाने में लगने वाले पत्थरों पर निर्मोही अखाड़े ने जताई आपत्ति अयोध्‍या मंदिर-मस्जिद विवाद : सुप्रीम कोर्ट में आज सुना सकती है कोई बड़ा फैसला अयोध्या राम मंदिर बनाने में लगने वाले पत्थरों पर निर्मोही अखाड़े ने जताई आपत्ति