नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को देश की सबसे बड़ी अदालत का नोटिस प्राप्त हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने धोनी को यह नोटिस आम्रपाली मामले में भेजा है। इतना ही नहीं शीर्ष अदालत ने आम्रपाली समूह मामले में शुरू की गई मध्यस्थता की कार्यवाही पर भी स्टे लगा दिया है। बता दें कि इस मामले में मध्यस्थता का आदेश दिल्ली उच्च न्यायालय ने धोनी की अर्जी पर ही दिया था। महेंद्र सिंह धोनी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में अर्जी देते हुए कहा था कि आम्रपाली ग्रुप ने उनकी फीस नहीं दी है। क्रिकेट जगत में कप्तान कूल के नाम से मशहूर धोनी ने हाई कोर्ट से इस मामले में मध्यस्थता की मांग की थी। अब सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में धोनी को नोटिस जारी किया है। दरअसल, माही की उस अर्जी के बाद आम्रपाली ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उसी मामले में शीर्ष अदालत ने धोनी को नोटिस थमाया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता की कार्यवाही पर भी रोक लगा दी है। बता दें धोनी कभी आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर थे। हालांकि वर्ष 2016 में उन्होंने अपने आप को आम्रपाली ग्रुप से अलग कर लिया था। उन्होंने शीर्ष अदालत में अर्जी देकर अपनी 40 करोड़ रुपये की फीस दिलाने की मांग भी की थी। Ind Vs WI: भारत को चाहिए थे 10 ओवर में 100 रन, फिर आए अक्षर पटेल और पलट गया गेम कनाडा ने अमेरिका को हराकर इस रेस में हासिल की जीत राष्ट्रमंडल खेलों में वापसी करना चाह रहे है अमित पंघाल और लवलीना