नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया है कि ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान होने वाली सुनवाई में दलीलें पेश करने के लिए वकील कोर्ट रूम में मौजूद रहें। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे कुछ मामलों की सुनवाई स्थगित कर दी, जिनमें अधिवक्ता वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेश हुए थे। जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बी. वी. नागरत्ना की अवकाश पीठ ने कहा कि न्यायाधीश हर दिन कोर्ट आ रहे हैं और उचित होगा कि मुकदमों में दलीलें पेश करने के लिए वकील भी अदालत आएं। कोर्ट ने कहा कि, 'हम रोज कोर्ट आ रहे हैं। आप भी आ सकते हैं और अपनी दलीलें पेश कर सकते हैं। कोर्ट रूम में मौजूद अधिवक्ताओं पर हम ध्यान देंगे।' इससे पहले, बेंच ने डिजिटल तरीके से पेश हुए वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी द्वारा एक केस की जल्दी सुनवाई करने का आग्रह ख़ारिज कर दिया। कोर्ट ने उनसे अदालत कक्ष में पेश होकर दलीलें पेश करने के लिए। बेंच ने कहा कि जब आप कोर्ट रूम में नहीं हैं तो हम आप पर ध्यान क्यों दें ? अन्य वकील अवकाश के दौरान भी यहां मौजूद हैं। रोहतगी ने उसके बाद मामले को कल तक के लिए स्थगित करने का आग्रह किया और कहा कि वे कल कक्ष में उपस्थित होकर दलीलें देंगे। छह साल बाद शुरू हुई साना-काहिरा के बीच वाणिज्यिक उड़ान अतीक अहमद को एक और झटका, हाई कोर्ट से बेटे अली की अग्रिम जामनत याचिका खारिज 'लिफाफा अब भी सील बंद है..', फिर कैसे लीक हुई ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट ?