नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना वैक्सीन का दूसरा चरण कल यानी 1 मार्च से आरंभ हो गया है, दूसरे चरण में 60 साल से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 59 साल के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. इसी क्रम में आज शीर्ष अदालत के जजों और उनके परिवार वालों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जानी है. सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत में बनी Covaxin का पहला डोज लेकर दूसरे चरण की शुरुआत की. पीएम मोदी के बाद कई दिग्गज नेताओं ने Covaxin का डोज लिया, जिसके बाद आज सर्वोच्च न्यायलय के सिटिंग और पूर्व जजों को आज कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. बताया जा रहा है कि 30 जजों में से एक न्यायाधीश सूर्य कांत 59 साल के हैं, इसलिए उन्हें वैक्सीन नहीं दी जाएगी. इससे पहले शीर्ष अदालत के जजों को कोरोना वैक्सीन का विकल्प देने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि ऑप्शन देने की बात गलत है. उन्हें वैक्सीन चुनने की इजाजत नहीं है. यह पूरी तरह से को-विन सिस्टम के जरिए होगा. इससे पहले कहा गया था कि शीर्ष अदालत के जजों दो वैक्सीन का विकल्प दिया गया है. वे कोविशिल्ड और कोवैक्सीन में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं. बड़े उद्योगों के ऋण प्रवाह में आई गिरावट मेरीटाइम इंडिया समिट के दौरान सरकार ने 3.39 लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद 750 से अधिक अंकों पर बंद हुआ बाजार, जानिए क्या रहा निफ्टी का हाल