नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध यौन शौषण का इल्जाम लगाने के बाद लापता हुई छात्रा की खबरों पर सर्वोच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया है. जिसको लेकर आज (30 अक्टूबर) को शीर्ष अदालत में सुनवाई होगी. न्यायमूर्ति आर. भानुमति और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना की पीठ इस पर सुनवाई करेगी. दरअसल, बुधवार को वकीलों के एक समूह ने सर्वोच्च न्यायालय से संज्ञान लेने का अनुरोध किया था. छात्रा पिछले सप्ताह ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर चिन्मयानंद पर संगीन आरोप लगाए थे. इसके बाद छात्रा के गायब हो जाने पर शाहजहांपुर पुलिस ने मंगलवार (27 अगस्त) को पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. उल्लेखनीय है कि बुधवार (28 अगस्त) को वकीलों के समूह ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और छात्रा के कॉलेज के प्रिंसिपल को नोटिस जारी करने की अपील की थी, ताकि छात्रा का पता लगाया जा सके. वकीलों ने छात्रा और उसके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है. वहीं, छात्रा के पिता ने पुलिस को सौंपी गई शिकायत में पूर्व केंद्रीय मंत्री पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया है. उधर, भाजपा नेता चिन्मयानंद के वकील ने ब्लैकमेल की साजिश का दावा किया है. छात्रा के पिता का कहना है कि 72 वर्षीय चिन्मयानंद की शह पर उनकी बेटी को गायब किया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री मुमुक्षु आश्रम के प्रधान भी हैं. यह छात्रा आश्रम संचालित कॉलेज में स्नातकोत्तर की छात्रा है. इस बैंक के सीईओ ने दिया अपने पद से इस्तीफा इस लग्जरी ब्रांड ने भारतरीय बाजार में प्रवेश करने का किया ऐलान, बढ़ेंगे रोजगार के मौके सरकार ने एफडीआई को लेकर की बड़ी घोषणाएं