नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के सभी 17 शेल्टर होम में यौन शोषण के मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी है। जानकारी के अनुसार बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में पहले से ही सीबीआई जांच हो रही है। वहीं अब बाकी 16 शेल्टर होम में बच्चों के साथ ऐसे मामलों की जांच सीबीआई ही करेगी। बता दें कि कोर्ट ने बिहार सरकार की अब तक जांच पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। चंद्रिका राय तेज प्रताप यादव के अड़ियल रवैये से गुस्साए यहां बता दें कि बिहार सरकार के वकील ने अभी जांच सीबीआई को न सौंपे जाने का कोर्ट से बार बार अनुरोध करते हुए कहा कि 10 दिन के अंदर स्टेटस दाखिल कर देंगे। पहले कोर्ट उसे देख ले अगर कोर्ट असंतुष्ठ हो तो सीबीआई जांच का आदेश दे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मांग को ठुकरा दिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी केसों में सीबीआई से जांच शुरू करने के साथ ही कहा कि टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की रिपोर्ट में रखे गए सभी आरोपों की जांच की जाए। इस मंदिर में है हनुमान जी की उल्टी मूर्ति, रामायण काल से जुड़ी हुई है इस मूर्ति की कथा गौरतलब है कि ये मामला काफी लंबे समय से चला आ रहा है। वहीं सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि मुजफ्फरपुर रेप केस में 7 दिसंबर तक चार्जशीट दायर हो जाएगी। वहीं सुनवाई के दौरान बिहार के मुख्य सचिव सुप्रीम कोर्ट में मौजूद रहे। सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद बिहार सरकार ने एफआईआर में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323/325/377 और पाक्सो एक्ट जोड़ लिया है। खबरें और भी अध्ययन में पाया गया भारत में बड़ी संख्या में सामने आते हैं दहेज हत्या के मामले मध्यप्रदेश चुनाव: भिंड में मतदान केंद्र के बाहर गोलीबारी, ईवीएम तोड़ी, मतदान रुका पत्नी के अंतिम संस्कार में गए पति को परिजनों ने मारा