नई दिल्ली: भारत में राजनैतिक मुद्दा बना राफेल डील मामले में अब नया मोड आ गया है जी हां राफेल डील मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है और कांग्रेस पार्टी द्वारा इस डील का विरोध भी सख्त तरीके से किया जा रहा है। यहां बता दें कि भारत ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए करोड़ों रूपए की एक डील की है जिस पर क्रांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आपत्ति जताई थी। क्या सीबीआई के बाद अब RBI में हस्तक्षेप कर रही है केंद्र सरकार ? जानकारी के अनुसार राफेल लड़ाकू विमान डील मामले पर अब सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी तरह की नई सुनवाई करने से इंकार कर दिया है। कोर्ट ने हाल में राफेल मामले पर लगाई गई नई याचिका को खारिज किया है और इसके साथ ही सोमवार को न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि हम इस मामले पर पहले से ही कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे हैं। फिर इस नई याचिका की क्या जरूरत है। यहां बता दें कि तीन जजों की पीठ इस पूरे मामले की सुनवाई कर रही है। अयोध्या राम मंदिर बनाने में लगने वाले पत्थरों पर निर्मोही अखाड़े ने जताई आपत्ति गौरतलब है कि राफेल डील मामले में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम सामने आ रहा है और कांग्रेस पार्टी ने भी इसे बड़ा मुद्दा दिया है। बता दें कि आगामी 31 अक्टूबर को ही इस मामले में अगली सुनवाई होनी है और देश में राफेल विमान डील पर राजनीतिक माहौल पहले से ही गर्म बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस इस मामले को लेकर लगातार ही मोदी सरकार को घेर रही है। जबकि सरकार इसे वायुसेना की क्षमता बढ़ाने वाला राष्ट्रहित में किया गया सौदा बता रही है। खबरें और भी फिर टली 69 साल पुराने अयोध्या मसले पर सुनवाई, जानें पूरा मामला भाजपा नेता गिरिराज सिंह का राम मंदिर पर बयान, हिंदूओं का सब्र टूटा तो कुछ भी हो सकता है अयोध्या विवाद : एआईएमपीएलबी के मेंबर खालिद रशीज बोले- कोर्ट जो फैसला करेगी उसे स्वीकार कर लेंगे