विवादित बयान देने पर सदा आमादा रहने वाले बलिया के बैरिया विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने अब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को घेरा है. जम्मू और कश्मीर में रमजान के दौरान सीजफायर के फैसले को गलत ठहराते हुए उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर निशाना साधा है. सुरेंद्र सिंह ने कहा, "राजा का धर्म नहीं है कि अत्याचारियों के दमन को शालीनतापूर्वक स्वीकार करे. गृहमंत्री जी ने जो सीजफायर का निर्णय लिया था वह बिल्कुल गलत था. ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहिए. जहां आतंकवादी गोली चला रहे हों, वहां बोली से काम नहीं चलता. गोली का जवाब गोली ही है, बोली नहीं." विधायक ने आगे कहा, " अत्याचारी व आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता है. आप उसके धर्म के आधार पर सीजफायर कर दें, इसका मतलब है कि आपने उन अत्याचारियों की भावना को प्रोत्साहन दिया है. सीजफायर का यह परिणाम है कि उन सभी का मनोबल बढ़ गया और हमारे सेना के जवानों की गाड़ी पर पत्थर चलाने लगे. ये अच्छी बात नहीं है." सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी के राज में अगर पाकिस्तान दुरुस्त नहीं होगा तो कभी नहीं होगा. भगवान चाहेगा तो 2019 के पहले-पहले पाकिस्तान की शैतानियत इंसानियत में बदल दी जाएगी. उन्होंने कहा कि 'राहुल गाँधी को राजनीतिक टिटनेस हो गया है. वो फिटनेस की परिभाषा क्या जानेगा. उसको राजनीतिक संक्रमण की बीमारी हो गई है. वो एक राजनीतिक जमींदार परिवार का बालक है. इसलिए उसे विरासत में कांग्रेस का अध्यक्ष पद मिला है. उनकी पार्टी में योग्यता के आधार पर अध्यक्ष नहीं बनते. कांग्रेस में विरासत के आधार पर अध्यक्ष बनते हैं." विधायक ने कहा कि देश के मस्जिदों में अगर कोई आदरपूर्वक बुलाता है तो जरूर जाएंगे. वैसे मस्जिदों में नहीं जाएंगे, जहां ओवैसी जैसा व्यक्ति भारत माता को डायन कहता है और आजम खान भारत माता को गाली देता होगा, वहां जाएंगे जहां हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय बोलने वाले होंगे. राजभर ने कहा, कैराना में हार विपक्ष की एकता का नतीजा योगी के मंत्री की शिवपाल से मुलाक़ात, यूपी में तेज हुई सियासी हलचल 2019 से पहले राम मंदिर नहीं बना तो बुरा अंजाम भुगतेगी बीजेपी- महंत दास