नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी सर्जिकल स्ट्राइक के समय से ही इस मुद्दे पर सवाल उठती रही है, उस समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने भी पीएम मोदी से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था. इसके बाद अब कांग्रेस ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सर्कुलर में 29 सितंबर को 'सर्जिकल स्ट्राइक डे' मनाने के लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को निर्देशित करने की आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस निर्देश का उद्देश्य मात्र राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और संसद सदस्य (एमपी) कपिल सिब्बल ने कहा कि सांविधिक निकाय द्वारा इस तरह के निर्देश विश्वविद्यालय प्रणाली की आजादी को नष्ट कर देते है. सेना में करियर बनाने का सुनहरा मौका, ऐसे मिलेंगी नौकरी उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से अब तक मैंने यूजीसी को इस तरह का कोई निर्देश देते हुए नहीं देखा है, तो आज अचानक यूजीसी को क्या हो गया है, यह निर्देश सिर्फ भाजपा सरकार का महिमामंडन करने और राजनितिक लाभ प्राप्त करने के लिए है. उल्लेखनीय है कि यूजीसी ने एक सिकुलर जारी करते हुए देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया था कि 29 सितम्बर का दिन सर्जिकल स्ट्राइक डे के रूप में मनाया जाए, साथ ही इस मौके पर विशेष परेड का भी आयोजन किया जाए. जम्मू कश्मीर: आखिर कौन है रियाज़ नायकू, जिसके खौफ से पुलिसकर्मी दे रहे हैं इस्तीफा सभी विश्वविद्यालयों के कुलगुरू के एक परिपत्र में, यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने निर्देश दिया है कि कॉलेज विशेष परेड, पूर्व सैनिकों का भाषण और सैनिकों के बलिदान के बारे में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. वहीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि परिपत्र केवल एक सलाह के तौर पर दिया गया है और अनिवार्य नहीं किया गया है. आपको बता दें कि 29 सितंबर 2016 को, भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में उरी हमले किए जाने के 11 दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक की थी. खबरें और भी:- अचानक 1100 अंक लुढ़का सेंसेक्स, बैंक के शेयरों में भी भारी गिरावट अब ट्रेन में नहीं नसीब होगी चैन की चाय, बढ़ गए दाम नहीं थम रही पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की रफ़्तार, डीजल आज रहा सामान्य