नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की दर बढ़ने के साथ ही लोगों में कोविड के प्रति खौफ भी बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है। संवेदनहीनता का ऐसा ही एक मामला दक्षिणी दिल्ली में सुनने को मिला है, जहां लिवर की बीमारी से महिला की मौत होने के बावजूद स्वजन कोविड के डर से शव लेने हॉस्पिटल नहीं आए। यही नहीं उन्होंने हॉस्पिटल में न सिर्फ पता गलत लिखवाया बल्कि मृत्यु होने की सूचना मिलते ही मोबाइल भी बंद कर दिया है। अब दो थाने की पुलिस छह दिन से महिला के स्वजन को तलाश रही है। मालवीय नगर के पंडित मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल के डॉ. माधव के मुताबिक 38 वर्षीया महिला झूमा देबनाथ को उनके स्वजन ने 18 मार्च को भर्ती किया गया था। महिला में कोरोना के शुरुआती लक्षणों को देखते हुए टेस्ट किए गए, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई। कार्रवाई में पता चला कि महिला का लिवर खराब है, जिसका डॉक्टरों ने उपचार किया। जिसके उपरांत 28 मार्च को महिला की जान चली गई। इस पर हॉस्पिटल प्रबंधन ने भर्ती के वक़्त दर्ज कराए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करके महिला की मौत होने की सूचना दी। देर शाम तक जब कोई भी शव लेने नहीं आया तो दोबारा फोन किया गया, लेकिन मोबाइल फोन बंद मिला। महिला के आधार कार्ड में असम का पता लिखा हुआ है। हॉस्पिटल की टीम जब दिए गए पते पर पहुंची तो वहां भी दर्ज कराए गए नाम पते का कोई व्यक्ति नहीं मिला। इसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन ने केस की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गोविंद पुरी और मालवीय नगर थाना पुलिस महिला के स्वजनों का पता लगाने का कोशिश कर रही है। यदि महिला के परिवार वाले नहीं मिलते हैं तो पुलिस नियमानुसार जांच करेगी। इन राज्यों में कोरोना से चिंताजनक हुए हालात, लगातार बढ़ते जा रहे संक्रमण के मामले 2021 का सबसे डरावना आंकड़ा, एक दिन में 81 हज़ार कोरोना केस, 469 मौतें पीएम मोदी का ममता पर हमला, बोले- जैसे-जैसे दो मई का दिन करीब आ रहा है दीदी की बखौलाहट...