आप सभी को बता दें कि कल यानी 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाने वाली है. ऐसे में इस दिन भगवान सूर्य की स्तुति तो सभी करते हैं, लेकिन भगवान सूर्य का एक ऐसा कल्याणमय स्तोत्र, जो सब स्तुतियों का सारभूत है. जी हाँ, आप सभी को बता दें कि भगवान भास्कर के पवित्र, शुभ एवं गोपनीय नाम हैं जिनका स्मरण मकर संक्रांति के दिन अनेकों फल देता है. कहते हैं कि भगवान सूर्य के सान्निध्य में एक बार भी इसका जप करने से मानसिक, वाचिक, शारीरिक तथा कर्मजनित सब पाप नष्ट हो जाते हैं और यत्नपूर्वक संपूर्ण अभिलक्षित फलों को देने वाले भगवान सूर्य का यह स्तोत्र पढ़ना चाहिए. आइए बताते हैं उनके बारे में. सूर्य का स्तोत्र - विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भास्करो रविः। लोक प्रकाशकः श्री माँल्लोक चक्षुर्मुहेश्वरः॥ लोकसाक्षी त्रिलोकेशः कर्ता हर्ता तमिस्रहा। तपनस्तापनश्चैव शुचिः सप्ताश्ववाहनः॥ गभस्तिहस्तो ब्रह्मा च सर्वदेवनमस्कृतः। एकविंशतिरित्येष स्तव इष्टः सदा रवेः॥ सूर्य भगवान के नाम - 'विकर्तन, विवस्वान, मार्तण्ड, भास्कर, रवि, लोकप्रकाशक, श्रीमान, लोकचक्षु, महेश्वर, लोकसाक्षी, त्रिलोकेश, कर्ता, हर्त्ता, तमिस्राहा, तपन, तापन, शुचि, सप्ताश्ववाहन, गभस्तिहस्त, ब्रह्मा और सर्वदेव नमस्कृत- अगर आप इस प्रकार इक्कीस नामों का यह स्तोत्र भगवान सूर्य के सामने पढ़ते हैं तो आपकी तरक्की निश्चित है. मकर संक्रांति मनाने गुजरात पहुंची तारक मेहता की टीम मंकर संक्रांति पर प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी मकर संक्रांति को लेकर 'लेडीज स्पेशल' की अभिनेत्रियों ने शेयर की अपनी यादें