सूर्य को ज्योतिष में ग्रहों का राजा माना गया है ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी ऊर्जा से ही दुनिया चलती है। जी हाँ और उन्ही के आशीर्वाद से व्‍यक्ति को सफलता, पराक्रम, आत्‍मविश्‍वास मिलता है। हालाँकि सूर्य हर महीने राशि परिवर्तित करते हैं और इसका सबसे ज्यादा असर लोगों के करियर, सेहत और सफलता-असफलता पर होता है। हालाँकि ज्योतिष में व शास्त्रों में सूर्य को आत्मा का कारक ग्रह होने के साथ ही हमारे मान-सम्मान व अपमान का भी कारक माना जाता है। कहा जाता है जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है, उसे समाज में मान-सम्मान और समृद्धि की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि सूर्य 17 अक्टूबर को शाम 7:22 पर सूर्य देव बुध की कन्या राशि से निकलकर अपनी नीच तुला राशि में गोचर करेंगे। जी हाँ और वह 1 महीने तक तुला राशि में रहेंगे। आने वाले 25 अक्टूबर को दीपावली के अगले दिन इसी तुला राशि पर बड़ी ज्योतिषीय हलचल होगी और इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा। आपको बता दें कि सूर्य के तुला राशि में गोचर से सभी 12 राशियां प्रभावित होंगी लेकिन कुछ राशियों को जबरदस्त लाभ भी होगा। इस लिस्ट में पहली भाग्यशाली राशि वृषभ राशि है। जी हाँ, सूर्य का गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। वहीं इस राशि के जातकों को व्यापार में लाभ मिलेगा। इसके अलावा लंबे समय से नौकरी ढूंढ रहे लोगों को सफलता हासिल होगी। इसके अलावा दूसरी भाग्यशाली राशि सिंह राशि है। सिंह राशि के जातकों के जीवन में खुशियां दस्तक देंगी। नौकरी में पदोन्नति मिलने के साथ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। तीसरी भाग्यशाली राशि धनु राशि है। धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर होना काफी लाभकारी है। इस राशि के जातकों का समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। करियर में उड़ान भरेंगे। बिजनेस में भी मुनाफा होगा। इसके अलावा मीन राशि के जातकों के सोचे हुए काम पूरे होंगे। लंबे समय से रुके काम भी सिरे चढ़ने लगेंगे। धन लाभ होने के पूर्ण आसार हैं। धनतेरस के दिन मुख्य द्वार पर रखें ये चीजें, बन जाएंगे धनवान खुशहाली,सुख-समृद्धि के लिए करें रामचरितमानस की इन पांच चौपाइयों का जाप जानिए कब है कालाष्टमी का व्रत और क्या है पूजा विधि और मंत्र