पटना। बिहार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव आय से अधिक संपत्ती के मामले में फंसते नज़र आ रहे हैं। दरअसल बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि तेजप्रताप ने महज 20 वर्ष की आयु में ही तेजप्रताप यादव ने करीब 20 हजार वर्ग फीट जमीन बिहार के औरंगाबाद जिले में क्रय कर ली। जमीन का सौदा मंत्री तेजप्रताप के नाम किया गया था। जो कंपनी लारा डिस्ट्रीब्यूशन तैयार की गई उसमें मीसा भारती के 1 हजार, चंदा के 2 हजार और रागिनी के 1 लाख व राबड़ी देवी के 1 लाख 17 हजार शेयर हैं। सुशील कुमार मोदी ने कंपनी और इन लोगों को लेकर आरोप लगाया कि इस जमीन की कीमत केवल 53 लाख रूपए में तय कर ली गई और इतने रूपए चुकता कर दिए गए। यह जमीन औरंगाबाद की थी। बैंक द्वारा लगभग 2 करोड़ और 29 लाख रूपए का ऋण लिया गया। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव द्वारा चुनावी हलफनामे में इस जमीन को खरीदने का उल्लेख किया गया। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार पर भी आरोप लगे हैं जिसमें कहा गया कि लालू के परिजन ने एक कंपनी खोली जिसमें लालू प्रसाद यादव की तीन पुत्रियों मीसा भारती, चंदा भारती और रागिनी के ही साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को डायरेक्टर बनाया गया। इसमें तेजप्रताप को मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था मगर बाद में जब विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए तो तेजप्रताप ने कंपनी का पद छोड़ दिया। तेजप्रताप है कि उन्होंने चुनावी हलफनामे में इस जमीन और कंपनी का उल्लेख नहीं किया था। लालू ने मिट्टी घोटाले को लेकर सुशील मोदी को घोटालेबाज कहा लालू परिवार के खिलाफ कार्रवाई की नीतीश को सुशील मोदी ने दी चुनौती सुशील मोदी का नया आरोप, लालू ने बीयर फैक्ट्री खुलवाने के लिए 60 करोड़ की ज़मीन ली