पटना : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा समर्थन दिए जाने की घोषणा के बाद कांग्रेस और राजद की नाराजी से उनकी महागठबंधन में खाई चौड़ी हो गई है. इससे भाजपा को अपनी राह आसान दिख रही है. इसीलिए सुशील मोदी ने उन्हें महागठबंधन से हटने पर समर्थन के संकेत दिए है. उल्लेखनीय है कि नीतीश के आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन को तोड़कर बीजेपी से हाथ मिलाने के कयास लगाए जा रहे है.इस बीच कहा जा रहा है कि बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार को एक ऑफर दिया है कि यदि नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ते हैं तो ऐसी दशा में उनकी सरकार को बचाने के लिए बीजेपी समर्थन देने पर विचार कर सकती है. बता दें कि बीते कुछ दिनों में नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई फैसलों जैसे पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी, जीएसटीपर उनका खुलकर समर्थन किया है. अभी हाल ही में रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति के लिए समर्थन देने के नीतीश के फैसले ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की त्योरियां चढ़ा दी है.उन्होंने नीतीश के इस निर्णय को ऐतिहासिक भूल तक बता दिया है. यदि बिहार विधानसभा में संख्या बल की बात करें तो इस समय आरजेडी के पास 80, जदयू के पास 71 और कांग्रेस के पास 27 विधायक हैं. जिनकी कुल संख्या 178 होती है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की अगुआई वाले राजग के पास 57 विधायक हैं. ऐसे हालात में अगर नीतीश आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ते भी हैं तो वह बीजेपी के समर्थन से अपनी सरकार को बचा सकते है.सम्भवतः यही सोचकर सुशील मोदी ने यह ऑफर रखा है. यह भी देखें नीतीश कुमार महागठबंधन को देंगे एक और झटका ? नीतीश कुमार के कोविंद को समर्थन से, मुश्किल में बिहार की महागठबंधन सरकार