पटना : बिहार में विद्यालयीन परिणामों को लेकर हालात काफी खराब हैं। स्थिति यह रही है कि कक्षा बारहवीं में लगभग 64 प्रतिशत बच्चे अनुत्तीर्ण हो गए हैं। परिणाम काफी गिरावट वाले आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है। तो दूसरी ओर विपक्ष ने सत्तापक्ष पर हमला कर दिया है। विपक्ष ने इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असफलता कहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि लगभग 10 वर्ष में बिहार में नकल पर रोक लगी है, जिसके चलते परिक्षा परिणाम अच्छे नहीं आए हैं। कक्षा बारहवीं का परीक्षा परिणाम उनकी संभावनाओं से कम आया है। शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने बीते वर्ष परीक्षा परिणाम को लेकर प्रश्न उठाए हैं। उनका कहना था कि बिहार में नकल करने की परिपाटी थी मगर परिणामों में गिरावट आना बेहद स्वाभाविक है। हालांकि राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि इस मामले में यदि कोई भी अनियमितता होगी तो फिर इसकी जांच जरूर होगी। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील कुमार मोदी का कहना है कि यह तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार की नाकामी है यह विद्यार्थियों की असफलता नहीं है। बिहार 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित, विज्ञान संकाय में 70% विद्यार्थी फेल बिहार 12वीं बोर्ड का परिणाम घोषित, खुशबू कुमारी बनी टॉपर बिहार में शराब कंपनियों को मिली राहत, SC ने लगाई स्टाॅक अवधि को लेकर रोक