आज के स्वार्थी युग में यह खबर एक खुशबू की भांति है कि बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपने बेटे की शादी में कोई उपहार या लिफाफा नहीं लाने का आग्रह किया था , फिर भी कई लोगों ने शगुन का लिफाफा उन्हें दे ही दिया. मोदी इस निमित्त आई राशि को दान कर अनुकरणीय कार्य कर दिया. उल्लेखनीय है कि बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपने बेटे उत्कर्ष की शादी में शामिल आमंत्रितों से उपहार ना लाने की घोषणा की थी. इसके बावजूद कई मेहमान शादी जैसे पवित्र मौके और शगुन के रूप में लिफाफा लेकर पहुंच ही गये. मोदी ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और लालू यादव से मिले शगुन के लिफाफे को सामाजिक संस्था ‘दधीचि देहदान समिति’ को दान कर दिया. सुशील मोदी ने कहा दूसरे मेहमानों से मिले लिफाफे को भी इस संस्था को सौंप दिया गया. बता दें कि बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपने बेटे उत्कर्ष की शादी में पहुंचे सभी मेहमानों का धन्यवाद देकर एक सुझाव दिया कि डिजिटल इंडिया के इस दौर में लोगों को महंगे निमंत्रण कार्ड नहीं छपवाते हुए ई-निमत्रंण से लोगों को आमंत्रित करना चाहिए. सच में सुशील मोदी ने अपने बेटे की शादी सादगी पूर्ण तरीक़े से कर कोई भेंट स्वीकार न करने का निर्णय लेकर एक मिसाल कायम की है . इससे दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी. यह भी देखें मोदी के बेटे की अनोखी शादी आज क्या था लालु के बंद लिफाफे में ?