नईदिल्ली। विदेश में बसे हर नागरिक की सुरक्षा भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अमेरिका में भारतीयों को लेकर जो हिंसक घटनाऐं हुई हैं उन पर सरकार ने किसी तरह की चुप्पी नहीं साधी है। सरकार अपने प्रयास कर रही है। इस तरह की बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसभा में कही। सुषमा स्वराज स्वास्थ्य लाभ लेकर सदन में पहुंची तो हर ओर उनका स्वागत किया गया। दूसरी ओर उन्हें आते ही विपक्ष के आरोपों का सामना करना पड़ा। दरअसल ये आरोप विदेशों में बसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर लगाए गए थे। विपक्ष का आरोप था कि अमेरिका में भारतीयों के साथ हिंसक घटनाऐं हो रही हैं। कंसास गोलीबारी में श्रीनिवास कुचिभोतला को अपनी जान गंवानी पड़ी है ऐसे में सरकार चुप्पी साधे है। सरकार की ओर से जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार इन मसलों पर चुप्पी साध ले यह संभव नहीं है। यह हमारी कार्यशैली है ही नहीं। यदि एक भी भारतीय संकट में आता है तो 24 घंटे में उसका निराकरण हो जाए ऐसा सरकार का प्रयास रहता है। केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने विदेश में विशेषकर अमेरिका में भारतीयों के साथ हुई हिंसक घटनाओं की जानकारी देते इसके खिलाफ सरकार के कदम और प्रभावितों के परिजन से सरकारी तंत्र द्वारा की गई चर्चा की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत सरकार ने संकटग्रस्त और गमजदा परिवार की सहायता की। उन्होंने कहा कि श्रीनिवास कुचिभोतला के साथ जिस दिन हिंसक घटना हुई थी उसी दिन हमने उनके परिवार से संपर्क किया। श्रीनिवास कुचिभोतला के परिवार के 5 सदस्यों को विदेश मंत्री द्वारा दिए गए समय की जानकारी भी दी गई। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं श्रीनिवास कुचिभोतला के भाई और पत्नी से चर्चा करने के लिए उन्हें फोन किया था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जब मैं बेहतर स्वास्थ्य के लिए रिकवरी कर रही थी और घर पर थी उस दौरान भी मैंने व्यक्तिगतरूप से घटना की निगरानी की। उनका कहना था कि सरकार प्रत्येक भारतीय की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ISIS की कैद से 6 भारतीय छुड़ाए गए बनारस की जीत से मजबूत होगा दिल्ली का किला! संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म, UP के CM पर 16 मार्च को लग सकती है मुहर