पुणे : अदालत ने एक जज को तीन साल की सजा और तीस हजार रूपये का जुर्माना देने की सजा देने का ऐलान किया है। जिस जज को सजा तथा जुर्माना किया गया है, उसने तीन वर्ष पहले एक नाबालिग का दो माह तक यौन शोषण किया था। जज के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार किया था और इसके बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया था। दो वर्षों से जेल में बंद निलंबित जज नागराज शिंदे को आखिरकार अदालत ने सजा दे दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार नागराज शिंदे ने अपने पड़ौस में रहने वाली एक नाबालिग के साथ न केवल लगातार दो माह तक यौन शोषण किया था वहीं पीड़िता के परिजनों पर भी अत्चार करने से वह बाज नहीं आया। बताया गया है कि पीड़िता के परिजनों ने हिम्मत करते हुये जज के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुक्रवार को कोर्ट ने मामले की सुनवाई की थी। सुनवाई के दौरान जज ने अपने पर लगे आरोपों से इनकार किया था, लेकिन कोर्ट ने जज को मामले में दोषी माना और फिर तीन साल की सजा सुनाते हुये तीस हजार रूपये का जुर्माना ठोंक दिया। कही आपका बच्चा भी तो नहीं हो रहा यौन शोषण का शिकार ?