तीन साल से है सस्पेंड, गुस्से में जिला कमांडेंट को ही जूता फेंककर मारा

मेरठ : बीते तीन सालों से सस्पेंड चल रही एक महिला होमगार्ड कविता ने गुरुवार को जिला कमांडेंट ऑफिस में जमकर उत्पात मचाया। इतना ही नहीं उसने गुस्से में जिला कमांडेंट को जूता फेंककर भी मारा। बाद में पुलिस ने महिला को अरेस्ट कर लिया। बुधवार की दोपहर 2 बजे कविता अपने डॉक्युमेंट लेकर ऑफिस पहुंची।

उसने जिला कमांडेंट आर नारायण से अपनी बहाली की मांग की। कमांडेंट के इंकार करने पर कविता का गुस्सा फूट पड़ा। उसने उसी क्षण अपने पैर से जूता निकाला और कमांडेंट को दे मारा। इसके बाद तो कमांडेंट कार्यालय में बवाल मच गया। कुछ कर्मचारी दौड़ कर महिला को पकड़ने गए, लेकिन महिला ने उन्हें भी आड़े हाथ लिया।

महिला का गुस्सा देख कमांडेंट अपना ऑफिस छोड़कर चले गए। कविता 2002 में होमगार्ड की सर्विस में थी। 2013 में जब होमगार्डों ने परमानेंट करने के लिए लखनऊ में प्रदर्शन किया था, तब प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को निलंबित कर दिया था।

कविता को बीते तीन साल से सस्पेंड किया गया है और वो पुनः बहाली के लिए लखनऊ और मेरठ के चक्कर लगा रही है। कविता का कहना है कि लखनऊ मुख्यालय उससे कह रहा है कि जब तक जिला कमांडेंट रिपोर्ट नहीं देंगे तब तक बहाली नहीं होगी।

कविता का आरोप है कि कमांडेंट आर. नारायण चौरसिया उसे बहाल करने के नाम पर 50 हजार की डिमांड कर रहे हैं। हंगामे की सूचना पर महिला थाना और सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस कविता को हिरासत में लेकर थाने आ गई।

कविता के समर्थन में सारे होमगार्ड उतर आए है। गुरुवार को होमगार्ड के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी ऑपिस पहुंचकर इसके जांच की मांग की।

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