लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के समय भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार को मानहानि का नोटिस भेजा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीकांत त्यागी मामले में बगैर जांच के मीडिया के जरिए बदनाम करने का इल्जाम लगाया है। श्रीकांत त्यागी के मामले में नाम आने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक दिन पहले ही कहा था कि कमिश्नर ने बगैर जांच किए उनके नाम लिया, इस कारण वह अब मानहानि का केस ठोंकेंगे। मौर्य ने कहा कि इस कारण देश में उनको बदनाम करने का काम किया गया है। उन्होंने इसे भाजपा की साजिश का हिस्सा करार दिया है। स्वामी प्रसाद ने आगे कहा कि, 'मुझे खुद आज विधानसभा का पास इश्यू हुआ है। मैं कैसे किसी दूसरे व्यक्ति को पास दे सकता हूं। वो भी 2022 का पास। उसके (श्रीकांत) पास 2023 का पास था, तो इसका जवाब भाजपा दे।' मौर्य ने कहा कि मैं श्रीकांत त्यागी को जानता हूं या नहीं, इससे पहले भाजपा बताए कि उनके नेताओं के साथ त्यागी की तस्वीर कैसे आई। मौर्य ने कहा कि श्रीकांत त्यागी ने नहीं बल्कि पुलिस आयुक्त ने मेरा नाम उछला है। मेरा जनाधार बढ़ा हुआ है, भाजपा इस बात से घबराती है और इसी कारण बार-बार मेरा नाम उछला जा रहा है। वह बोले कि पुलिस आयुक्त को जांच करनी चाहिए थी, ऐसे कैसे मेरा नाम ले लिया? यह तो साजिश है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि श्रीकांत त्यागी ने भाजपा की सदस्यता कैसे ली, उसकी जांच हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा साजिश के तहत उनका नाम उछालती है, पहले STF मामले में ऐसा किया गया और अब श्रीकांत मामले में ऐसा हुआ है। बिहार की महागठबंधन सरकार पर आया पूर्व डिप्टी CM का बयान, जानिए क्या कहा? 'दो दर्जन PM उम्मीदवारों की सूची का इंतज़ार है..', विपक्ष की राजनीति पर नकवी का तंज RCP सिंह पर नीतीश के आरोप के बाद मोदी ने दिया करारा जवाब, कही ये बड़ी बात