नई दिल्लीः ऐसा लग रहा है जैसे अब पद्मश्री सम्‍मान को इंकार करने का भी जैसे ट्रेंड सा निकल पड़ा है. पहले बाबा रामदेव, फ‍िर उनके बाद श्री श्री रविशंकर ने यह सम्‍मान लेने से इंकार किया और अब ज्ञानयोगाश्रम विजयपुर के संत सिद्धेश्वर स्वामी ने केंद्र सरकार की ओर से प्रदान किए जाने वाला पद्मश्री पुरस्कार को लेने से मना कर दिया है. भारत सरकार ने संत सिद्धेश्वर को 'पद्मश्री' से सम्मानित करने का ऐलान किया था. स्वामी सिद्धेश्वर ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि वह संन्यासी एवं आध्यात्मिक व्यक्ति हैं और उन्हें किसी पुरस्कार की इच्छा नहीं है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि, "मैं आपका बहुत आभारी हूँ कि आपने मुझे पद्मश्री के लिए चुना है. लेकिन मैं पुरे सम्मान के साथ आपको यह कहना चाहता हूँ, कि मैं एक आध्यात्मिक और सन्यासी आदमी हूँ और इसी नाते मेरी पुरस्कारों में कोई रूचि नहीं है. अतः मैं आशा करता हुँ की आप मेरे निर्णय को सहर्ष स्वीकार करेंगे." इससे पहले स्वामी सिद्धेश्वर ने राज्य सभा सदस्य बासवराज पाटिल सेदाम को लिखे पत्र में कहा कि "आध्यात्मिक व्यक्ति होने के नाते मेरी किसी सम्मान या पुरस्कार में रुचि नहीं है. मैंने पूर्व में भी कोई पुरस्कार स्वीकार नहीं किया है. कर्नाटक विश्वविद्यालय ने कुछ वर्ष पूर्व मुझे मानद उपाधि प्रदान की थी, उसे भी मैंने सम्मान के साथ लौटा दिया था." कश्मीर में हिंसा का सिलसिला जारी है दो और मौतें बजट से रेलवे की उम्मीदे ! ब्रजमण्डल राजपूत महासभा ने कहा भंसाली का सिर लाओ, 51 लाख पाओ