कोलकाता: एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली हेप्टाथलीट स्वप्ना बर्मन के कोच सुभाष सरकार पश्चिम बंगाल सरकार की खेल नीति को लेकर खासे नाराज हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि स्वप्ना बर्मन के कोच का मानना है कि पश्चिम बंगाल सरकार एथलेटिक्स खिलाड़ियों को ठीक से प्रोत्साहन नहीं दे रही है। वहीं सुभाष का कहना है कि राज्य सरकार के पास स्पष्ट खेल नीति न होने के कारण राज्य से चैम्पियन खिलाड़ी नहीं निकल पा रहे हैं। बीसीसीआई हुआ सख्त, अब क्रिकेटरों को गलत उम्र बताना पड़ेगा भारी लगेगा दो साल का बैन वहीं सुभाष ने कहा कि पदक विजेताओं को पुरस्कृत करने के मामले में राज्य में खेल नीति की कमी एथलीटों के विकास में बड़ी बाधा है। वहीं इसके साथ ही दर्द और दरिद्रता के बीच इस वर्ष अगस्त में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वप्ना को ममता बनर्जी की सरकार ने अब तक केवल 10 लाख रुपये दिए हैं। बता दें कि सुभाष सरकार ने बंधन बैंक की ओर से स्वप्ना को दस इनाम देने के कार्यक्रम में कहा कि मैं राजनीति नहीं करना चाहता हूं लेकिन सबको पता है कि स्वप्ना को कितनी रकम मिली। टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने पर धवन ने तोड़ी चुप्पी वहीं ओडिशा की दुतीचंद को तीन करोड़ रुपये और असम की हिमा दास को 1.6 करोड़ रुपये की ईनामी राशि मिल चुकी हैं। वहीं बंधन बैंक ने यहां एक सम्मान समारोह में स्वप्ना को 10 लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके साथ ही सुभाष ने सम्मान समारोह से इतर कहा मैं राजनीतिक मामलों में नहीं पड़ना चाहता। लेकिन हर किसी को पता है कि स्वप्ना को अब तक कितनी पुरस्कार राशि मिली है। वहीं स्वप्ना के कोच ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि हरियाणा के खिलाड़ियों ने पांच स्वर्ण, पांच रजत और आठ कांस्य पदक सहित 18 पदक जीते हैं। खबरें और भी भारत के अभ्यास मैच का पहला दिन वर्षा की भेंट चढ़ा हॉकी विश्वकप: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होगा मुकाबला पूर्व कप्तान मिताली राज ने तोड़ी चुप्पी, लिखा खुला पत्र