वाशिंगटन: कालाधन रखने वाले लोगों पर मोदी सरकार ने शिकंजा और कस दिया है. हाल ही में स्विट्जरलैंड सरकार ने भारत सरकार के संयुक्त अभियान के तहत में तक़रीबन 3,500 बैंक खाता धारकों को नोटिस जारी किए हैं. इनमें भारतीय ट्रस्टों और अन्य खाताधारकों का नाम है. इन खाताधारकों ने कालाधन छुपाने में मददगार देशों के माध्यम से स्विस बैंकों में काला धन छिपाया हुआ है. स्विस बैंकों के हवाले से मिल रही जानकारी के अनुसार, कई भारतीयों और नेताओं ने अपना कालाधन विभिन्न ज्वैलरी, वित्तीय सेवाएं और रियल एस्टेट जैसे सर्विसेज में लगा रखा है. किन्तु पैसे को साफ दिखाने के लिए लोगों ने ट्रस्टों का बेजां उपयोग किया है. बैंकिंग गतिविधियों को ध्यान में रखकर स्विस बैंक ने उन ट्रस्टों को नोटिस भेजा है, जिन पर संदेह अधिक है. इन नोटिसों में केमैन आइलैंड्स के जिन ट्रस्ट्स का नाम है, उनमें दी पी देवी चिल्ड्रंस ट्रस्ट, दी पी देवी ट्रस्ट, दी दिनोद ट्रस्ट और दी अग्रवाल फैमिली ट्रस्ट का नाम शामिल हैं। केमैन आइलैंड्स स्थित देवी लिमिटेड और भारत स्थित अधी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। स्विस सरकार ने कालाधन के संदेह में तक़रीबन 3,500 भारतीय खाताधारकों को नोटिस भेजा है. बताते चलें कि मोदी सरकार शुरुआत से ही कालेधन को लेकर बेहद गंभीर रही है. यही वजह है कि पिछले कई वर्षों से भारत सरकार विभिन्न जरियों से स्विस सरकार को कालेधन रखने वाले भारतीयों के नाम सार्वजनिक करने की बात कहता रहा है. बांग्लादेश के पहले हिंदू चीफ जस्टिस के खिलाफ जारी हुआ गिरफ़्तारी का नोटिस, जानिए क्या है पुरा मामला ? पाकिस्तान: ननकाना साहिब पर हिंसक नारेबाजी करने वाला आरोपी गिरफ्तार सुलेमानी की बेटी का बड़ा बयान, कहा- पिता का खून नहीं जाएगा...