नईदिल्ली। स्विट्ज़रलैंड के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय मसले के SIF द्वारा कहा गया कि घरेलू वित्तीय संस्थाओं द्वारा पहली बार इस वर्ष के आंकड़े एकत्रित किए जा रहे हैं। ऐसे में स्विट्ज़रलैंड अपने बैंक्स में जमा कालेधन को लेकर जानकारी दूसरे देशों को देने के लिए एक आॅटोमैटेड सिस्टम जनरेट करने जा रहा है। जिससे इन देशों को सुविधा हो। यह व्यवस्था अगले साल से प्रारंभ की जाएगी। मगर इस बात में एक पेंच है कि स्विटजरलैंड ने कहा है कि यदि जमा धन या कालेधन को लेकर जिस तरह से जानकारियां हस्तांतरित की जाऐंगी तो उससे गोपनीयता की शर्त भंग नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो फिर सूचना देने का कार्य रद्द हो सकता है। यह केंद्र सरकार के उन प्रयासों के लिए शुभसंकेत नहीं माना जा रहा है जिससे सरकार विदेशों में जमा काले धन को भारत लाने की बात कर रही है। इस मामले में एसआईएफ ने अपने बयान में कहा कि घरेलू वित्तीय संस्थाओं द्वारा आंकड़े एकत्रित किए जा रहे हैं ये आंकड़े बहुत सुविधाजनक होंगे। मिली जानकारी के अनुसार स्विट्ज़रलैंड विभिन्न देशों व क्षेत्रों के साथ टैक्स से जुड़ी जानकारियों का आदान प्रदान करने के लिए तैयार है। तमिलनाडु में एक व्यक्ति ने जमा किये 246 करोड़ के पुराने नोट 8000 करोड़ का कालाधन सफ़ेद करने के आरोप में दो व्यक्ति गिरफ्तार RSS ने की केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी व सर्जिकल स्ट्राईक की सराहना