उज्जैन/ब्यूरो। पशुपालन विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. एन. के. बामनिया ने जानकारी दी कि उज्जैन संभाग के उज्जैन, रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों में गौवंश में लंपी रोग के लक्षण पाये गये हैं। रोग की पुष्टी होने के उपरान्त पशुपालन विभाग भारत सरकार द्वारा जारी एडवाईजरी अनुसार रोग की रोकथाम एवं बचाव हेतु उपाय किये जा रहें हैं। संभाग में अभी तक 1362 संक्रमित पशु पाये गये हैं। जबकि 1114 पशु रोगमुक्त हो चुके हैं। कुल 81203 पशुओं को रोकथाम हेतु टीकाकरण किया जा चुका है। टीकाकरण सतत् रूप से जारी है। अभी तक कुल 6 पशुओं की मृत्यु हुई है। डॉ. बामनिया ने बताया कि पशुपालकों को रोग से घबराने की आवश्यकता नहीं है। लक्षण दिखने पर प्रभावित पशु को स्वस्थ्य पशुओं से अलग रखते हुए नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था को सूचना दें। विभाग द्वारा उपचार के समुचित उपाय सुनिश्चित किये गये हैं। चूकि यह रोग मक्खी, मच्छर एवं अन्य पशु परजीवियों से फैलता है, इसके लिए पशुपालक अपने पशु बाड़ों में साफ सफाई रखें, नीम का धुंआँ करें व संक्रमित पशु के संपर्क में आने पर साबून से हाथ धोकर ही पशुबाड़े में जायें। पशुपालक किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। संभाग की समस्त गौशालाओं और गौ-अभ्यारण्य में सुरक्षा के समस्त उपाय सुनिश्चत कर लिये गये हैं। विश्वविद्यालय की कल्पना को साकार किया जाना चाहिए-सीएम शिवराज कंजर गिरोह पुलिस की गिरफ्त में, दो भागने में हुए कामयाब मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, उज्जैन जिले से 300 यात्री स्पेशल ट्रेन होगी रवाना