बेरूत: पूर्वी सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह के कब्जे वाले एक गांव की आवासीय इमारतों पर रूस के हवाई हमलों में सोमवार सुबह 21 बच्चों सहित 53 लोगों की मौत हो गई. शुरुआत में मरने वालों की संख्या 34 बताई गई थी लेकिन बाद में और शव भी मिले, जिससे मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई. ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि फरात नदी के पूर्वी तट पर दीर एजोर प्रांत के डेर-अर-जौर प्रांत में रूस के छह लंबी दूरी के टीयू-22एम3 बमवर्षक विमानों ने इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हवाई हमले किए. सीरियाई सूत्रों के नेटवर्क पर भरोसा करते हुए ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि इससे पता चलता है कि हमले किसके विमानों से किए गए, कहां किए गए और कैसे गोलाबारूद का उपयोग किया गया. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने बताया कि दिन भर चले बचाव कार्य में मलबा हटाए जाने के बाद मृतक संख्या में बढ़ोतरी हुई. उन्होंने बताया कि हवाई हमले में कम से कम 18 लोग घायल हुए हैं. रूस, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का करीबी सहयोगी है. सितंबर 2015 में रूस ने असद सरकार के समर्थन में सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप शुरू किया जिसके दमिश्क को विद्रोहियों के कब्जे वाले भूभाग को पुन: अपने नियंत्रण में लेने में मदद मिली. गौरतलब है कि रूसी सेना ने नवंबर की शुरुआत से ही सीरिया में आतंकवादियों को निशाना बनाकर दर्जनभर हमले किए हैं. रूसी संघ परिषद की रक्षा एवं सुरक्षा समिति के मुताबिक, सीरिया में आईएस के खिलाफ यह लड़ाई इस साल के अंत तक समाप्त हो जाएगी और इसके बाद रूस अपने वायुसेना की टुकड़ियों को वहां से वापस बुला लेगा. 40 देश, आतंकवाद के खिलाफ मुस्लिम राष्ट्रों को करेंगे एकजुट एक रोबोट जो 2020 में लड़ेगा चुनाव पहले दौर में 65% से अधिक मतदान के साथ ऐतिहासिक सफलता