मासूमों की मौतों पर सत्ता की लालची सीरिया सरकार और विद्रोहियों के द्वारा किये जाने वाला लाशों का कारोबार थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब सीरिया के सबसे बड़े शहर पर सीरिया की आर्मी पिछले 20 दिनों से अभियान छेड़े हुए है, जिसमें अब तक हजारों की संख्या में लोग मारे जा चुके है. सीरिया सरकार ने पूर्वी घोउता के लिए अपने अभियान को और सख्त कर दिया है, जिसके चलते आर्मी कब्ज़ा करने में कामयाब रही है, लेकिन जिस शांति की वह बात कर रही थी वह कोसो दूर है. ‘बांटो और आक्रमण करो’ की रणनीति के तहत हमला करते हुए विद्रोहियों के क्षेत्रों पर कब्जा किया गया. सरकारी बलों ने शनिवार को डूमा के मुख्य शहर घोउता का संपर्क काट डाला. जंग पर नजर रखने वाले संगठन सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि प्रशासन के लड़ाकों ने पश्चिम की ओर हरास्ता शहर के साथ डूमा की सड़क का संपर्क काट दिया और मिसराबा शहर पर कब्जा कर लिया. ब्रिटेन स्थित संगठन ने कहा, ‘शासन के सुरक्षा बलों ने पूर्वी घोउता को तीन हिस्से में बांटा. डूमा और इससे जुड़ा इलाका, पश्चिम में हरास्ता और दक्षिण में बाकी शहर.’ संगठन ने कहा कि शनिवार को डूमा में चार बच्चों सहित कम से कम 20 नागरिक मारे गए. इसके अलावा लड़ाई वाले शहर में 17 नागरिक मारे गए. ऑब्जरवेटरी के मुताबिक, 219 बच्चों सहित 1031 नागरिक मारे जा चुके हैं और 4350 लोग घायल हो चुके हैं. अपनी इन हरकतों की वजह से मशहूर हुए है ये तानाशाह अब गूगल मैप पर मारियो दिखाएगा रास्ता जन्मदिन विशेष: जब न्यूड होकर मैदान में दौड़ने को तैयार थी पूनम पांडे