दमिश्क : अमेरिका में 45 वें राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित हुए डोनाल्ड ट्रंप को लेकर विश्वभर में प्रतिक्रियाऐं आ रही हैं। जहां विश्व के कई देश ट्रंप को शुभकामनाऐं देने में लगे हैं तो दूसरी ओर कुछ देशों में अमेरिका के साथ उनके भावी रिश्तोें पर चर्चा हो रही है। इस मामले में सीरिया के बशर अल असद द्वारा टिप्पणी की गई। जिसमें कहा गया कि यदि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकियों पर कार्रवाई करते हैं तो फिर वे सीरिया के सहयोगी होंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने प्रचार का अभियान टिप्पणी की थी जिसमें अमेरिका को इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक के विरूद्ध लड़ाई पर अधिक ध्यान देना होगा। दरअसल असद एक टेलीविजन चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। उनका कहना था कि यदि अमेरिका के नए निर्वाचित राष्ट्रपति आतंकवाद का विरोध करेंगे और कार्रवाई करेंगे तो फिर यह हमारी ओर बढ़ाया गया सद्भावनापूर्ण कदम होगा। उनका कहना था कि आईएसआईएस के विरूद्ध अमेरिका को लड़ना होगा। हालांकि ट्रंप अपने वायदे पूर्ण कर सकेंगे या नहीं इसमें संशय बना हुआ है। विशेष बात यह है कि वे किसी राजनीतिक पद पर नहीं रहे हैं। दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप ने 26 मार्च को द न्यूयाॅर्क टाइम्स के साथ साक्षात्कार में कहा कि असद एवं आईएसआईएस के विरूद्ध एक साथ लड़ना गलत है। उन्हें आईएसआईएस के खिलाफ लड़ना होगा।