नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का कहना है कि टी20 फॉर्मेट इंटरनेशनल टीमों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए नहीं है, बल्कि इसे केवल वर्ल्ड कप तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। बता दें कि रवि शास्त्री का यह बयान भारत की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 श्रृंखला से पहले आया है। टीम इंडिया के सबसे सफल कोचों में से एक शास्त्री को यह भी लगता है कि खेल प्रेमियों के उत्साह को देखते हुए जहां तक छोटे फॉर्मेट की बात है, तो सबसे अच्छा तरीका फ्रेंचाइजी क्रिकेट के साथ दो साल में टी20 वर्ल्ड कप होगा। शास्त्री ने कहा कि, 'टी20 में बहुत द्विपक्षीय क्रिकेट खेला जा रहा है। मैंने यह पहले भी कहा है, यहां तक कि जब मैं टीम इंडिया का कोच था तब भी। यह मेरे सामने हो रहा था। यह 'टी20 क्रिकेट' फुटबॉल की तर्ज पर होना चाहिए। जहां, आप सिर्फ वर्ल्ड कप खेलते हो। द्विपक्षीय टूर्नामेंट को कोई याद नहीं रखता।' उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया के कोच के रूप में शास्त्री का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि उन्हें 'भारतीय कोच के तौर पर बीते छह-सात वर्षों के कार्यकाल के दौरान वर्ल्ड कप को छोड़कर एक भी टी20 मैच याद नहीं है।' शास्त्री ने आगे कहा कि, 'एक टीम वर्ल्ड कप जीतती है, वे इसे याद रखती हैं। दुर्भाग्य से हम नहीं, इसलिए मुझे यह भी याद नहीं। पूरी दुनिया में फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेला जा रहा है, हर देश को अपना फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की इजाजत है, जो उनका घरेलू क्रिकेट है और फिर प्रत्येक दो वर्ष में आप एक वर्ल्ड कप (टी20) खेलो।' एशिया कप 2022: टीम इंडिया का कमाल, जपान को मात देकर जीता कांस्य पदक ...तो बल्लेबाज़ों को इस वजह से बाउंसर मारते थे शोएब अख्तर, खुद खोला राज़ IPL 2022 ख़त्म होने के बाद भी सुर्ख़ियों में बने हुए हैं संजू सेमसन, ये है वजह