ताई और भाई की लड़ाई ने इंदौर को किया निराश

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार आज हो गया लेकिन हर बार की तरह इस बार भी प्रदेश की राजधानी कहे जाने वाले शहर इंदौर की फि र उपेक्षा हुई हैं.इंदौर के किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है. इसका कारण इंदौर में चल रही गुटबाजी है.

आपको बता दें कि आज हुए शिवराज सिंह कैबिनेट के विस्तार में तीन मंत्रियों  को शामिल किया गया. इनमें निमाड़ अंचल से बालकृष्ण पाटीदार,ग्वालियर अंचल से नारायण सिंह कुशवाहा और जालम सिंह को मंत्री बनाया गया. लेकिन हर बार मंत्री बनने की दौड़ में आगे रहने वाले इंदौर को इस बार भी निराशा मिली है.इंदौर से सुदर्शन गुप्ता और रमेश मेंदोला के नाम मंत्रियों की सूची में शामिल होने की चर्चा तो बहुत थी. लेकिन ऐन वक्त पर दोनों का नाम इस सूची से कट गया और ये दोनों मंत्री नहीं बन पाए.

उल्लेखनीय है कि इंदौर में ताई यानी स्थानीय सांसद सुमित्रा महाजन और भाई यानी कैलाश विजयवर्गीय के बीच गुटबाजी के चलते जारी राजनीतिक खींचतान के कारण इंदौर को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया. स्मरण रहे कि इंदौर क्षेत्र क्रमांक एक से विधायक सुदर्शन गुप्ता को ताई के खेमे से माने जाते हैं. वहीं, इंदौर क्षेत्र क्रमांक दो से विधायक रमेश मेंदोला, कैलाश विजयवर्गीय के नजदीकी हैं. इन दोनों गुटों की लड़ाई के कारण ही संगठन के साथ सीएम शिवराज सिंह ने बीच का रास्ता निकालते हुए दोनों दावेदारों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी, अन्यथा आगामी चुनाव में गुटबाजी के चलते नुकसान उठाना पड़ता.

यह भी देखें

शिवराज कैबिनेट में तीन मंत्री हुए शामिल

शिवराज मामा का नया हंगामा..

 

Related News